विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और बसपा को बीजेपी ने झटका दिया है| कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह और बसपा विधायक वंदना सिंह ने बुधवार को बीजेपी की सदस्यता ले ली|
रायबरेली सदर सीट से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह और आजमगढ़ की सगड़ी सीट से बहुजन समाज पार्टी की विधायक वंदना सिंह बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गईं| उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली|
इन दोनों विधायकों को बीजेपी की सदस्यता दिलाने के बाद स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, ”दो लोकप्रिय विधायिकाएं भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई हैं| एक अखिलेश यादव और डिम्पल को टक्कर देने के लिए और एक सोनिया-प्रियंका को टक्कर देने के लिए| दोनों दलित और शोषित लोगों के बीच में काम करती है| ”
अदिति सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर 2017 का यूपी विधानसभा का चुनाव जीता था. वह रायबरेली सदर सीट से जीती हैं| पिछले काफी समय से अदिति सिंह का कांग्रेस से रिश्ता खराब चल रहा है. वह कई मौके पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की सार्वजनिक तौर पर आलोचना कर चुकी हैं| वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम की तारीफ करती रहती हैं| अदिति सिंह का नाम 2017 के विधानसभा चुनाव में एक लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज करने वाले विधायकों की सूची में शामिल हैं|
वहीं बीजेपी की सदस्यता लेने वाली वंदना सिंह आजमगढ़ की सगड़ी सीट से बसपा के टिकट पर जीती थीं| उन्होंने सपा के जयराम सिंह पटेल को हराया था| वंदना सिंह के पति सर्वेश सिंह उर्फ सीपू 2007 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे. वो बसपा के मलिक मसूद को हराकर विधायक बने थे| वो 2010 में बसपा में शामिल हो गए थे| वो 2012 का विधानसभा चुनाव बसपा के टिकट पर सपा के दुर्गा प्रसाद से हार गए थे| इससे पहले बसपा के 6 विधायक समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे|