मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव-2023 की तिथियां घोषित होते ही राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं. मुफ्त की सुविधाएं (फ्रीबी) देने को लेकर ताबड़तोड़ घोषणाएं की जाने लगी हैं. इसी क्रम में कांग्रेस ने प्रदेश में स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए बड़ी घोषणा करते हुए उन्हें हर महीने नगद रुपये देने का वादा किया है. इस वादे को मूर्त रूप देने की स्थिति में प्रदेश सरकार को हर साल 25,000 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ सकते हैं. यह राशि मध्य प्रदेश के शिक्षा बजट के लगभग बराबर है.
सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने News18 को बताया कि प्रदेश में जनसंख्या के मौजूदा आकलन के हिसाब से 4 से 18 वर्ष आयुवर्ग के तकरीबन 3 करोड़ बच्चे हैं. इनमें से यदि तकरीबन 2 करोड़ बच्चे भी स्कूल जाते हैं तो कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की घोषणा के मुताबिक वे सभी 500 से 1500 रुपये मासिक पाने के हकदार होंगे. ऐसे में इस मद में हर महीने 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करने होंगे. मोटामोटी आकलन के अनुसार, सरकार को सालाना 25 हजार करोड़ रुपये इस मद में आवंटित करने होंगे.
स्कूली बच्चों के लिए किया ये वादा
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने मध्य प्रदेश में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को 500 रुपये, कक्षा 8 से 10 तक के छात्रों को 1000 रुपये और कक्षा 11 से 12 तक के छात्रों को 1,500 रुपये प्रति माह देने का वादा किया. मध्य प्रदेश में कांग्रेस का कहना है कि ‘पढ़ो और पढ़ाओ योजना’ के तहत यह दुनिया की सबसे बड़ी छात्रवृत्ति योजना होगी. इससे पहले कांग्रेस ने महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह और 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर देने का वादा कर चुकी है.
कांग्रेस ने किया पलटवार
प्रियंका गांधी ने अपने चुनावी भाषण में कहा कि मध्य प्रदेश के स्कूलों में शिक्षा भी मफ्त होनी चाहिए. हालांकि, भाजपा ने कांग्रेस के इन वादों पर तीखा कटाक्ष किया है. बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस कभी भी अपने वादों को पूरा नहीं किया है. मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा का कहना है कि कांग्रेस ने इससे पहले के चुनावों में युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन 15 महीने के शासनकाल में इसे पूरा नहीं किया. भाजपा नेताओं ने याद दिलाते हुए कहा कि वर्ष 2018 में कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में प्रतिभाशाली छात्राओं को मुफ्त शिक्षा और स्कूटी देने का वादा किया था, लेकिन इसपर अमल नहीं किया गया. भाजपा ने प्रियंका गांधी की गुरुवार को हुई रैली को ‘झूठ की दुकान’ करार दिया है.