दीमापुर- गांधी जी की पुण्यतिथि पर नागालैंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग ने एकता सम्मेलन आयोजित की। इस मौक़े पर एनपीसीसी (अल्पसंख्यक ) अध्यक्ष श्री राजेश कुमार सेठी जैन, डीडीसीसी अध्यक्ष श्री लोथा, डीडीसीसी सचिव श्री अजित गोगोई और विभाग के सदस्य श्री सलैकर मौजूद थे।
एकता सम्मेलन में एनपीसीसी (अल्पसंख्यक) अध्यक्ष श्री राजेश कुमार सेठी ने बापू की पुण्यतिथि के मौक़े पर गांधी के आदर्शों को याद किया। साथ ही नगरिकता क़ानून और एनआरसी के ख़िलाफ़ देशमें जारी विरोध प्रदर्शन पर ज़ोर देते हुए श्री सेठी ने कहा कि सरकार इस पर राजनीति करना चाहती और समाज को बाँटना चाहती है। उन्होंने ये भी कहा कि ऐसे में बापू की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी। आगे सेठीजी ने कहा कि बापू सत्य और अहिंसा के प्रतीक है, अगर आज बापू जिंदा होते तो आज के देखते हुए माहौल पर कहते “देश तो अपना आजाद हो गया मगर देशवाशी पराये होने लगे”।
सेठी ने आगे कहा आजाद देश मे सबसे पहला आतंकवादी हमला सन 1948 में आरएसएस से जुड़े नफरत से भरा नाथूराम गोडसे द्वारा किया गया जिसमें गांधीजी की मृत्यु हो गयी थी। गोगोई ने कार्यकर्ता को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार नागालैंड सरकार द्वारा डिमापुर छेत्र में ILP इनर लाइन परमिट लागू करने की बात कही वो भी एक चिंताजनक है यँहा बसे अल्पसंख्यक समुदाय के लिए।
सलिकुर खान ने भी अपने विचार रखे कि आज नागालैंड में कांग्रेस का एक विधायक नहीं होते हुए भी, हमारी कार्यकर्ता की संख्या कम होते हुए भी हमे एक हो कर अपनी आवाज को सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए लोगों तक अपनी बात पहुंचानी होगी। श्रीमान एन. के.नागा ने प्रार्थना करके प्रोग्राम की शुरुवात की वहीं आज के कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री कुतोहो चिशी ने धन्यबाद विज्ञापन दिया।