जहां एक तरफ दुनिया भर में मीडिया की स्वतंत्रता और पत्रकारों के लिए काम करने के माहौल में आम तौर पर गिरावट आई, वहीं सब-सहारा अफ्रीका ने एक नई उम्मीद जगाई है। रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) द्वारा जारी 2019 के प्रेस फ्रीडम इंडेक्स इथियोपिया और गाम्बिया ने रैंकिंग में काफी सुधार की है।
2019 विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक ने 180 देशों में से तीन चौथाई देशों में मीडिया वातावरण को “समस्याग्रस्त”, “कठिन” या “बहुत गंभीर” के रूप में दर्शाया है। जबकि सिर्फ 8% देशों में मीडिया का माहौल “अच्छा” पाया गया है।
आरएसएफ के महासचिव क्रिस्टोफ डेलॉयर ने कहा, “लोकतंत्र बहुत खतरे में है। डर और भय के इस चक्र को रोकना सभी लोगों के अत्यंत जरूरी है।”
अफ्रीका में, इथियोपिया की रैंकिंग में सुधार पर खुशी जाहिर करते हुए देश के प्रधान मंत्री अबी अहमद ने कहा कि सरकार ने पत्रकारों और ब्लॉगर्स सहित हजारों राजनीतिक कैदियों को रिहा किया है। इथियोपिया ने रैंकिग सुधार में 40 स्थानों की छलांग लगाई है।
उधर गाम्बिया ने भी 30 पायदान की छलांग लगाकर 92वें पायदान पर पहुंच गया है। आरएसएफ ने इसका श्रेय सरकार में बदलाव और देश में मानव अधिकारों की जलवायु में काफी सुधार को दिया है।
रैंकिग में शीर्ष 5 अफ्रीकी देश
1. नामीबिया (23, वैश्विक रैंक)
2. केप वर्डे (25)
3. घाना (27)
4. दक्षिण अफ्रीका (31)
रैंकिंग में नीचे 5 अफ्रीकी देश
1. इरिट्रिया (178, वैश्विक रैंक)
2. सूडान (175)
3. जिबूती (173)
4. इक्वेटोरियल गिनी (165)
5. सोमालिया (164)