माइक्रोसॉफ्ट ने हैदराबाद में अपने लेटेस्ट डेटा सेंटर क्षेत्र की स्थापना की घोषणा की, ताकि भारत में ग्राहकों को क्लाउड और एआई-सक्षम डिजिटल अर्थव्यवस्था में फलने-फूलने में मदद मिल सके।
हैदराबाद डेटा सेंटर क्षेत्र भारत में पुणे, मुंबई और चेन्नई में तीन क्षेत्रों के मौजूदा नेटवर्क के अतिरिक्त होगा।
यह उद्यमों, स्टार्ट-अप, डेवलपर्स, शिक्षा और सरकारी संस्थानों के लिए उन्नत डेटा सुरक्षा के साथ क्लाउड, डेटा समाधान, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), उत्पादकता उपकरण और ग्राहक संबंध प्रबंधन (सीआरएम) में संपूर्ण माइक्रोसॉफ्ट पोर्टफोलियो की पेशकश करेगा।
कौशल विकास और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, माइक्रोसॉफ्ट डेटा सेंटर क्षेत्र हमारी डिजिटल अर्थव्यवस्था को प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्रदान करता है और हमारे देश की क्षमता में लॉन्ग-टर्म निवेश है।
उच्च उपलब्धता और लचीलेपन के लिए ग्राहकों की जरूरतों का समर्थन करने के लिए, माइक्रोसॉफ्ट ने दिसंबर 2021 में अपने मध्य भारत डेटा केंद्र क्षेत्र में एज्योर उपलब्धता क्षेत्र लॉन्च किया था।
तेलंगाना अपने सॉफ्टवेयर निर्यात के लिए भारतीय आईटी क्षेत्र में एक चुनौती के रूप में उभर रहा है, जो साल-दर-साल सात प्रतिशत की वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 2011 में 5 ट्रिलियन (67.4 बिलियन डॉलर) तक पहुंच गया है।
उद्योग मंत्री और टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष, के.टी. रामा रावन ेकहा, माइक्रोसॉफ्ट और तेलंगाना का एक लंबा इतिहास रहा है। हैदराबाद दुनिया के सबसे बड़े माइक्रोसॉफ्ट कार्यालयों में से एक की मेजबानी कर रहा है और मैं इस संबंध को बढ़ते हुए देखकर खुश हूं।
भारत में माइक्रोसॉफ्ट के ग्राहक जियो, इन्मोबी, इंफोसिस, टीसीएस, आईसीआईसीआई, बजाज फायनेंसर्व, अपोलो हॉस्पिटल्स, महिंद्रा, डॉ. रेड्डी लेब्स, पीरामल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, फ्लिपकार्ट, पिडिलाइट और एमिटी सहित अन्य हैं।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के अध्यक्ष अनंत माहेश्वरी ने कहा, नया डेटा सेंटर माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड क्षमताओं और देश भर में काम करने वालों का समर्थन करने की क्षमता को बढ़ाएगा। यह महत्वपूर्ण सुरक्षा और अनुपालन जरूरतों को पूरा करते हुए नए उद्यमशीलता के अवसरों का भी समर्थन करेगा।
माइक्रोसॉफ्ट का लक्ष्य 2025 तक अपने डेटा केंद्रों द्वारा खपत की जाने वाली बिजली के बराबर 100 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा आपूर्ति करना है।