हर साल बेड़े में 100-120 विमान शामिल करने का इरादा: सिंधिया

नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने  कहा कि बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये भारत का इरादा हर साल बेड़े में 100 से 120 विमान शामिल करने का है।

केंद्रीय मंत्री ने हैदराबाद में बेगमपेट हवाईअड्डे पर विंग्स इंडिया 2022 को संबोधित करते हुये कहा कि भारत विमान, हवाईअड्डे और नागरिक उड्डयन से संबंधित हर पहलू में विस्तार का इरादा रखता है।

उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लिये बेड़े को बढ़ाना भी महत्वपूर्ण है। देश में वर्ष 2013-14 के दौरान 400 विमान थे, जो अगले सात साल में बढ़कर 710 हुये। हमारा इरादा हर साल बेड़े में 100-120 विमान शामिल करने का है।

सिंधिया ने विमानन कंपनियों से आग्रह किया कि वे अपने बेड़े में वाइड बॉडी विमान की संख्या बढ़ायें। उन्होंने कहा, भारत के सभी छोरों को एक दूसरे से जोड़ना ही काफी नहीं है बल्कि हमें दुनिया को भारत से जोड़ना होगा। इसके लिये लंबी दूरी तय करने में सक्षम विमानों को बेड़े में शामिल करना होगा।

उन्होंने बताया कि विमान क्षेत्र की पहुंच आज के समय में आठ प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि 135 करोड़ की आबादी वाले देश में मात्र साढ़े 14 करोड़ लोग विमान यात्रा कर रहे हैं। मेरा मानना है कि परिवहन के मामले में आज का विमान क्षेत्र कल का रेलवे होगा।

उन्होंने बताया कि 2013-14 के दौरान देश में 74 हवाईअड्डे थे लेकिन गत सात साल में 66 हवाईअड्डे और निर्मित हुये जिससे कुल हवाईअड्डे की संख्या 140 हो गयी है। इसमें हेलीपैड और एयरोड्रम भी शामिल है।

सिंधिया ने कहा कि उनका इरादा 2024-25 तक हवाईअड्डे की संख्या को बढ़ाकर 220 तक ले जाने का है।

सिंधिया ने दावा किया कि भारत के हवाईअड्डे दुनिया के किसी भी हवाईअड्डे से कमतर नहीं हैं। दिल्ली हवाईअड्डे से सात करोड़ लोग आवागमन करते हैं जबकि बेंगलुरू, मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद के हवाईअड्डे ढाई से पांच करोड़ यात्रियों की आवाजाही को संचालित करते हैं।

उन्होंने कहा, हम जेवर में दिल्ली के लिए एक दूसरा हवाईअड्डा बना रहे हैं। यह लगभग 38,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ बनाया जा रहा है और इसके चरण 2 के पूरा होने के बाद करीब 7 करोड़ यात्रियों का आवागमन इससे हो पायेगा। इसी तरह मुंबई में एक नया हवाईअड्डा बनाया जायेगा।

क्षेत्रीय संपर्क पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुये उन्होंने कहा कि उड़ान योजना का अभियान प्रत्येक नागरिक को उड़ान भरने में सक्षम बनाना है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, उड़ान योजना से करीब 409 मार्ग जोड़े गये हैं जिससे अब तक लगभग 1.75 लाख उड़ानें भरी गयीं हैं। इसका लाभ करीब 91 लाख लोगों ने उठाया है, जिन्होंने पहले कभी विमानयात्रा नहीं की थी।

मंत्री ने नागरिक उड्डयन इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिये उठाये गये कदमों के बारे में भी बताया।

उन्होंने कहा,देश में 34 उड़ान प्रशिक्षण संगठन (एफटीओ)हैं। हम पहले ही नौ नये एफटीओ की बोली लगा चुके हैं और उन्हें मंजूरी दे चुके हैं और आने वाले दिनों में हम अन्य 15 एफटीओ को मंजूरी देंगे।

उन्होंने बताया कि आठ से नौ मंत्रालयों को देशभर में हरसंभव आवश्यकता के लिए ड्रोन का उपयोग करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

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