उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के उभ्भा गांव में 10 लोगों की हत्या के मामले पर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस, बसपा के बाद मंगलवार को समाजवादी पार्टी (सपा) ने रॉबर्ट्सगंज में विरोध मार्च निकाला।
मगर पुलिस ने सभी को रोक दिया। इसके बाद सपा कार्यकर्ता पुलिस को धक्का देते हुए आगे बढ़ गए। राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के उरमौरा गांव में राजमार्ग पर पुलिस ने सपा के जुलूस को रोका। कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच में नोकझोंक भी हुई। कार्यकर्ता सड़क पर बैठकर धरना देने लगे। इसमें यूपी के विभिन्न जिलों के कार्यकर्ता शामिल हैं।
सपा के मार्च को जब पुलिस ने रोका तो बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव समेत सभी कार्यकर्ता पुलिस को धक्का देते हुए कचहरी की तरफ बढ़ गए।
उधर, प्रदेश सपा अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल यूथ ब्रिगेड, समाजवादी युवजन सभा, लोहिया वाहिनी आदि संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष सोनभद्र गोलीकांड के घटनास्थल पर पहुंचे।
नरेश उत्तम ने कहा कि नरसंहार कांड में भाजपा अपना पाप छिपाने के लिए इस मामले में कांग्रेस व सपा को बदनाम कर रही है, ताकि जनता का ध्यान बांटा जा सके। सपा आदिवासियों के साथ है और उनकी हर स्तर पर लड़ाई लड़ने को तैयार है। इस मामले में सपा के विधायक का नाम लेना गलत है, इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
पटेल ने कहा कि उभ्भा में नरसंहार के लिए भाजपा की सरकार जिम्मेदार है। अधिकारियों व कर्मचारियों ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया, जबकि समय-समय पर समाधान दिवस, थाना दिवस आदि मौकों पर यह मामला पहुंचता रहा है। यदि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा धारा 145 की कार्रवाई अमल में लाई जाती तो दस लोगों का जान नहीं जाती।
उन्होंने कहा कि इस मामले में राजस्व व पुलिस विभाग के अधिकारियों की भूमिका की जांच कर उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष इससे पहले उभ्भा गांव पहुंचे। उन्होंने मृतकों तथा घायलों के परिजनों का हाल जाना और घटना के बारे में जानकारी ली। गहरा दुख जताया और मृतकों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने पीड़ितों से कहा कि सपा सरकार उनके साथ है।
अधिक से अधिक सहायता राशि बढ़ाए जाने को लेकर विधानसभा में आवाज बुलंद की जाएगी, ताकि सभी पीड़ितों को इस दुख की घड़ी में ज्यादा से ज्यादा मदद मिल सके। उन्होंने गोलीकांड स्थल का भी निरीक्षण किया। ग्रामीणों से घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली।