महाराष्ट्र में फिर से बनी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार के टिके रहने की अजित पवार की भविष्यवाणी पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को अपने भतीजे और पार्टी के बागी नेता पर निशाना साधा।
शरद पवार ने कहा, “भाजपा के साथ गठबंधन करने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर राकांपा ने संयुक्त रूप से शिवसेना और कांग्रेस के साथ जाने का निर्णय किया है। अजित पवार का बयान झूठा और गुमराह करने वाला है।”
उनकी यह प्रतिक्रिया अजित पवार के ट्विटर पर किए गए कई ट्वीट्स के बाद आई है।
गौरतलब है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार सुबह आठ बजे भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलवाई, लेकिन उनके साथ उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार ने तब से लेकर अब तक इस बारे में कुछ नहीं कहा था।
उन्होंने रविवार शाम अपनी चुप्पी तोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमति शाह सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अन्य नेताओं का ट्विटर पर आभार जताया।
अजित पवार ने साथ ही अपने ट्विटर हैंडल पर अपने परिचय को अपडेट करते हुए नाम के नीचे पद के स्थान पर उपमुख्यमंत्री महराष्ट्र/ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता लिखा।
उन्होंने घोषणा की, “मैं राकांपा में हूं और हमेशा रहूंगा। शरद पवार साहेब हमारे नेता हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी सहित कई नेताओं ने महाराष्ट्र में सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता और उपमुख्यमंत्री बने अजित पवार को सोशल मीडिया पर बाधाई दी थी।
इसी क्रम में शपथ ग्रहण के एक दिन बाद उन्होंने ट्विटर के माध्यम से सभी को धन्यवाद कहा।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के बधाई संदेश के उत्तर में लिखा, “धन्यवाद सम्मानित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी। हम राज्य में एक स्थिर सरकार देने का कार्य करेंगे, जो महराष्ट्र के लोगों के कल्याण के लिए कड़ी मेहनत करेगी।”
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का शुक्रिया अदा करते हुए उन्होंने कहा, “माननीय अमित शाह जी, आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।”
उन्होंने आगे लिखा, “चिंता करने की कोई बात नहीं है, सब ठीक है। हालांकि, थोड़ा धैर्य रखने की आवश्यकता है।”
अजित पवार के ट्वीट्स पर प्रतिक्रिया देते हुए राकांपा के राज्य अध्यक्ष और उनके स्थान पर विधायक दल के नेता बनाए गए जयंत पाटिल ने कहा, “हम सभी राकांपा के संस्थापक सदस्य हैं और (शरद) पवार साहेब के मार्गदर्शन में फले-फूले हैं।”
उन्होंने कहा, “पवार साहेब ने राज्य के हितों के चलते भाजपा के साथ नहीं जाने का निर्णय लिया है। कृपया उनके फैसले का सम्मान करते हुए वापस आ जाएं।”