संसद से सड़क तक नागरिकता संशोधन विधेयक पर बहस, किसने क्या कहा?


केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सोमवार को लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पेश किया. इस विधेयक में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से शरणार्थी के तौर पर आए उन गैर मुसलमानों को नागरिकता प्रदान करने की बात कही गई है, जिन्हें धार्मिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा हो.

इस विधेयक पर सरकार और विपक्ष में जोरदार बहस हुई. सरकार की तरफ से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के आरोपों पर जवाब दिया.

  • संसद में विपक्ष को गृह मंत्री अमित शाह का जवाब ऐसा नहीं है कि पहली बार सरकार नागरिकता के लिए कुछ कर रही है. कुछ सदस्यों को लगता है कि समानता का आधार इससे आहत होता है. इंदिरा गांधी ने बांग्लादेश से आए लोगों को नागिरकता देने का निर्णय किया. पाकिस्तान से आए लोगों को नागरिकता फिर क्यों नहीं दी गई. आर्टिकल 14 की ही बात है तो केवल बांग्लादेश से आने वालों को क्यों नागरिकता दी गई?
  • ये विधेयक .001% भी देश के अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं है. विधेयक में कहीं भी, एक बार भी मुस्लिम समुदाय का जिक्र नहीं किया गया है. नागरिकता संशोधन विधेयक, संविधान के किसी भी अनुच्छेद का खंडन नहीं करता है.
  • आज हमें इस विधेयक की जरूरत क्यों पड़ी? आजादी के बाद, अगर कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश का विभाजन नहीं किया होता, तो आज हमें इस विधेयक की जरूरत नहीं पड़ती. धर्म के आधार पर देश का विभाजन कांग्रेस ने किया था.
  • अगर इन तीनों देशों (अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश) से कोई भी मुस्लिम कानून के मुताबिक नागरिकता के लिए आवेदन करता है, तो हम इस पर विचार करेंगे. लेकिन इस विधेयक का लाभ उन लोगों को नहीं मिलेगा जो धार्मिक प्रताड़ना का शिकार नहीं हुए हैं.

अधीर रंजन चौधरी – कांग्रेस

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘यह विधेयक संविधान के अनुच्छेद 5, 14 और 15 की मूल भावना के खिलाफ है. आर्टिकल 13, आर्टिकल 14 को कमजोर किया जा रहा है.’

शशि थरूर – कांग्रेस

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने नागरिकता संशोधन विधेयक पर लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा, ‘धर्म क्या हमारे देश का आधार हो सकता है? जिन्हें धर्म के आधार पर देश चाहिए था, उन्होंने पाकिस्तान बनाया.

इससे पहले थरूर ने कहा था कि संसद में नागरिकता (संशोधन) विधेयक का पारित होना निश्चित तौर पर महात्मा गांधी के विचारों पर मोहम्मद अली जिन्ना के विचारों की जीत होगी. थरूर ने कहा कि धर्म के आधार पर नागरिकता देने से भारत ‘‘पाकिस्तान का हिंदुत्व संस्करण’’ भर बनकर रह जाएगा.

असदुद्दीन ओवैसी – AIMIM

लोकसभा में AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ विवादस्पद बयान दिया, जिसके बाद सदन में हंगामा मच गया. ओवैसी ने कहा कि सेक्युलरिज्म देश के बेसिक स्ट्रक्रचर का हिस्सा है. यह बिल मौलिक अधिकारों का हनन करता है.

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