सऊदी अरब के ऑइल फैसिलिटी पर ड्रोन हमले के बाद दुनियाभर में कच्चे तेल की कीमतों में लगी आग और चीन के कमजोर आर्थिक आंकड़ों की वजह से मंगलवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई के 30 कंपनियों के शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 642.22 अंक (1.73%) टूटकर 36,481.09 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई के 50 कंपनियों के शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 185.90 अंकों (1.69%) की गिरावट के साथ 10,817.60 पर बंद हुआ।
दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 37,169.56 का ऊपरी स्तर तथा 36,419.09 का निचला स्तर छुआ, जबकि निफ्टी ने 11,000.10 का उच्च स्तर और 10,796.50 का निम्न स्तर छुआ। बीएसई पर महज तीन कंपनियों के शेयर हरे निशान पर तो बाकी 27 कंपनियों के शेयर लाल निशान पर बंद हुए। वहीं, एनएसई पर छह कंपनियों के शेयरों में लिवाली और 44 कंपनियों के शेयरों में बिकवाली देखी गई।
लगातार बढ़ती बिकवाली के चलते बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स दोपहर करीब 2:20 बजे 650 अंकों से ज्यादा लुढ़क गया। उस समय सेंसेक्स 666.59 अंकों की गिरावट कते साथ 36,456.72 पॉइट्स पर कारोबार करता देखा गया था। वहीं एनएसई निफ्टी करीब 190 अंकों के नुकसान के साथ 10,813 पर दिखाई दिया।
शेयर बाजार के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए ये पांच कारक जिम्मेदार रहे।