विश्व कुश्ती चैंपियनशिप : दीपक को रजत, राहुल को कांस्य, भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन


दीपक पुनिया (86 किग्रा) और राहुल बालासाहेब अवारे (61 किग्रा) ने रविवार को यहां विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के अपने-अपने भार वर्ग में क्रमश : रजत और कांस्य पदक जीत लिया। भारत ने इसके साथ ही पांच पदकों (एक रजत और चार कांस्य पदक) और चार टोक्यो ओलंपिक-2020 कोटे के साथ इस चैम्पियनशिप का समापन किया। विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के इतिहास में भारत का यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत ने इससे पहले 2013 में तीन पदक जीते थे।

इस चैंपियनशिप में राहुल के कांस्य और दीपक के रजत से पहले विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया तथा रवि कुमार दहिया ने अपने-अपने भार वर्ग में कांस्य पदक जीते थे।

भारत को 18 साल बाद जूनियर विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक दिलाने वाले युवा पहलवान दीपक स्वर्ण पदकों की ‘गोल्डन हैट्रिक’ के लिए पूरी तरह से तैयार थे, लेकिन चोट के कारण उन्हें फाइनल से हटना पड़ा और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

वर्ष 2016 में कैडेट विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले दीपक को अपने से कहीं अनुभवी और मौजूदा ओलंपिक चैंपियन तथा तीन बार के विश्व पदक विजेता ईरान के हसन याजदानिचाराटी से होना था। लेकिन चोट और किस्मत के कारण वह मुकाबले में नहीं उतर पाए और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

दीपक ने कहा, “मैं निराश हूं कि मैं स्वर्ण के लिए नहीं लड़ सका, लेकिन ओवर ऑल मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। अब मैं कड़ी मेहनत करूंगा क्योंकि अब मेरा लक्ष्य ओलंपिक में पदक जीतना है।”

राहुल को सेमीफाइनल में जॉर्जिया के बेका लोमाटड्जे से 6-10 से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद उन्हें कांस्य पदक मुकाबले के लिए उतरा पड़ा, जहां उन्होंने शानदार जीत हासिल करके कांस्य पदक अपने नाम कर लिया।

वहीं, राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता राहुल ने कांस्य पदक मुकाबले में 2017 के पैन अमेरिकी चैंपियन टाइलर ली अमेरिका के टेलर ली ग्राफ को 11-4 से शिकस्त दी।

कांस्य पदक जीतने के बावजूद राहुल टोक्यो ओलंपिक-2020 में खेलने नहीं जा पाएंगे क्योंकि राहुल का 61 किग्रा भार वर्ग ओलंपिक कोटा नहीं है।

महाराष्ट्र के राहुल मुकाबले की शुरूआत में 0-2 से पीछे थे। इसके बाद उन्होंने 2-2 की बराबरी हासिल की और फिर 4-2 की बढ़त बना ली। भारतीय पहलवान ने इसके बाद दो अंक और लेकर 6-2 की मबजूत बढ़त कायम कर ली।

राहुल ने इसके बाद लगातार अंक लेते हुए 10-2 और फिर 11-2 का स्कोर कर दिया। इसके बाद उन्होंने 11-4 से मुकाबला जीतकर कांस्य पदक अपने नाम कर लिया।

राहुल ने इससे पहले अपने करियर में 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण और 2009 तथा 2011 के एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीते थे।

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