नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और जेएनयू हिंसा के बीच कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक 11 जनवरी को अपराह्न् 3:30 बजे होगी। बैठक में देश के राजनीतिक माहौल का आकलन किया जाएगा। पार्टी ने पहले ही विरोध प्रदर्शनों का समर्थन किया है और विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई कर रहे छात्र संगठनों के साथ भी एकजुटता दिखाई है।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस इस मुद्दे पर विस्तृत योजना के साथ आगे बढ़ेगी और देश में चल रही अशांति और सरकार की मनमानी के बारे में एक बयान भी जारी किया जाएगा।
पार्टी के मुख्यमंत्रियों की ओर से एनपीआर के वर्तमान प्रारूप का कड़ा विरोध किए जाने की संभावना है लेकिन अंतिम फैसला सीडब्ल्यूसी बैठक में ही लिया जाएगा।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हिंसा की निंदा करने के अलावा जेएनयू में जमीनी हकीकत जानने के लिए एक टीम भी भेजी है।
सोनिया गांधी ने अपने बयान में जेएनयू हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की थी और छात्रों व युवाओं को आश्वस्त किया कि उनके इस संघर्ष में कांग्रेस उनके साथ एकजुटता से खड़ी है।