उबर कंपनी ने देशभर में लिंग आधारित हिंसा को समाप्त करने में मदद करने के लिए एक गैर-लाभकारी संगठन ब्रेकथ्रू के साथ साझेदारी की घोषणा की है।
भारत में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए काम करने वाले संगठन ब्रेकथ्रू ने इस सहयोग के हिस्से के रूप में एक अभियान शुरू किया है, जिसका नाम ‘इग्नोर नो मोर’ रखा गया है। यह अभियान सार्वजनिक स्थानों पर लिंग-आधारित हिंसा को रोकने के लिए सामूहिक सहयोग और आस-पास खड़े लोगों के हस्तक्षेप को प्रोत्साहित करता है।
यह अभियान सार्वजनिक स्थानों पर लिंग आधारित हिंसा को समाप्त करने के लिए समाजवादी हस्तक्षेप और सामूहिक कार्रवाई को प्रोत्साहित करना चाहता है।
ब्रेकथ्रू की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहिनी भट्टाचार्य ने कहा, “इग्नोर नो मोर को जागरूकता फैलाने के लिए डिजाइन किया गया है। यह अधिक से अधिक भारतीयों को भेदभाव के खिलाफ कार्रवाई और लिंग आधारित हिंसा को रोकने के लिए सामूहिक सहयोग को प्रोत्साहित करता है।”
भट्टाचार्य ने कहा, “अभियान लोगों को सुरक्षित सार्वजनिक स्थानों को सुनिश्चित करने के लिए चेंजमेकर्स के रूप में अपनी भूमिका को समझने के लिए प्रेरित करेगा। हम इस बात से खुश हैं कि उबर इस मुद्दे पर एक इंडस्ट्री लीडर बनने के लिए प्रतिबद्ध है।”
गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ब्रेकथ्रू ने कहा कि विशेष रूप से सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ अपराध में हाल के वर्षो में लगातार वृद्धि देखी गई है।
इस अभियान का उद्देश्य लोगों में लिंग भेदभाव को दूर करते हुए जागरूकता पैदा करना है।
उबर अपना वैश्विक ‘ड्राइविंग चेंज’ अभियान अब भारत में भी लेकर आई है।
उबर में सेंट्रल ऑपरेशंस इंडिया के प्रमुख पवन वैश्य ने कहा, “हमारे समुदायों में यौन उत्पीड़न और लिंग आधारित हिंसा कहीं भी स्थान नहीं रखती है। लोगों को सुरक्षित रखने में मदद करना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और हम इसे हल्के में नहीं लेते हैं।”
उन्होंने कहा कि वह महिलाओं को सुरक्षित रखने व उन्हें मदद मुहैया कराने में ब्रेकथ्रू जैसे संगठनों के साथ मिलकर काम करते रहेंगे और उनसे सलाह लेते रहेंगे कि हिंसा को रोकने के लिए हम क्या कर सकते हैं।