टीम इंडिया वर्ल्ड कप 2023 के लिए तैयार है. बीसीसीआई ने 5 अक्टूबर से 19 नवंबर तक होने वाले टूर्नामेंट के लिए 15 सदस्यीय टीम घोषित कर दी है. रोहित शर्मा को टीम की कमान मिली है. वे वनडे वर्ल्ड कप में पहली बार टीम की कप्तानी करते हुए नजर आएंगे. टीम इंडिया को 2011 से वर्ल्ड कप ट्रॉफी का इंतजार है. ऐसे में रोहित के अलावा विराट कोहली यहां अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे. दोनों सीनियर खिलाड़ियों का यह अंतिम वनडे वर्ल्ड कप माना जा रहा है. वर्ल्ड कप से पहले रोहित ने News18 Hindi से खास बातचीत में विराट कोहली से लेकर कोच राहुल द्रविड़ तक से अपने रिश्ते को लेकर खास बातें बताईं. बातचीत के मुख्य अंश:
सवाल: कोच राहुल द्रविड़ से आपके रिश्ते कैसे हैं? उनके साथ तालमेल कैसा है?
जवाब: जहां तक राहुल भाई की बात है. वे अच्छे व्यक्ति है. यह किसी भी फील्ड के लिए सबसे जरूरी बात है. उन्हीं की कप्तानी में मैंने डेब्यू किया. हालांकि तब अधिक नहीं खेल सका. हम एनसीए में भी साथ थे. पिछले 2 साल में मैंने उन्हें काफी करीब से जाना है. वे कम्यूनिकेशन गैप नहीं रखना चाहते. वे सभी के साथ एक ही तरह पेश आते हैं. एकदम ओपन रिश्ता है हमारा. हम प्लेयर्स के बारे में बात करते हैं, प्लानिंग को लेकर भी चर्चा करते हैं और कैसे खेलना है. हर बार उनसे कुछ ना कुछ सीखने को मिलता है.
सवाल: विराट कोहली और रोहित जब बैटिंग के बारे में बात करते हैं, तो क्या चर्चा होती है?
जवाब: मैदान पर तो हम यह बातें करते हैं कि कौन बाॅल डाल रहा है. वैसे हम सीरीज में जब भी मिलते हैं, तो यह बातचीत करते हैं कि कौन नया प्लेयर आ रहा है, कौन गेंदबाज आ रहा है, क्या करना है, क्या नहीं करना है. इन पर ही अधिक फोकस रहता है.
सवाल: अपनी जर्नी को कैसे देखते हैं? 2007 में डेब्यू किया, लेकिन करियर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. क्या आपने 100 टेस्ट खेलने का लक्ष्य रखा है क्या?
जवाब: मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं, जो इतना आगे का सोचे. अभी तो फिलहाल मेरा फोकस शॉर्ट टर्म चीजों पर है. मैं ऐसे ही अपने लाइफ में भी रहता हूं. पहले जो भी सामने है, उसे पर ध्यान दिया जाए. आगे क्या होगा, अभी जो आप करते हैं, उस पर निर्भर करता है. इसलिए जरूरी है अभी मैं क्या कर रहा हूं, उसी पर फोकस रहे.
सवाल: आप इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे अधिक छक्के के मामले में क्रिस गेल को पीछे छोड़ सकते हैं. इस तरह के रिकॉर्ड को लेकर आप क्या सोचते हैं?
जवाब: मैंने नहीं सोचा था कि ऐसा कर सकूंगा. अगर ऐसा हुआ, तो यह मेरे लिए खास होगा. जब मैंने क्रिकेट शुरुआत की थी, तब हमें सिखाया जाता था की टाइमिंग बहुत जरूरी है. जब हम लोग हवा में शॉट खेलते थे, तो बोला जाता था कि आप ऊपर से शाॅट नहीं खेल सकते. हम स्कूल में प्रैक्टिस करते थे, तो ऊपर से शॉट खेलने की बात ही नहीं होती थी, क्योंकि जब आप ऊपर से मारोगे, तो किसी को बाॅल लग जाएगी. क्रिकेट का बेसिक भी यही कहता है कि टाइमिंग जरूरी है.