राम मंदिर पर PM की नसीहत,न्याय प्रणाली पर श्रद्धा रखें बयान बहादुर


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 सितंबर को महाराष्ट्र में बीजेपी की ‘महाजनादेश यात्रा समारोह’ को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कश्मीर को लेकर कहा, ”कल तक हम कहते थे- कश्मीर हमारा है. अब हर हिंदुस्तानी कहेगा, हमें नया कश्मीर बनाना है, हर कश्मीरी को गले लगाना है और हमें वहां फिर से स्वर्ग बनाना है. मेरी देशवासियों से अपेक्षा है कि वो कश्मीर के जख्मों पर मरहम लगाएं ”

पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें

मैं देख रहा हूं कि पिछले दो-तीन सप्ताह से कुछ बयान बहादुर लोग राम मंदिर को लेकर अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं. देश के सभी नागरिकों का सुप्रीम कोर्ट के प्रति सम्मान बहुत जरूरी है

जब मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा हो, तब ये बयान बहादुर कहां से आ गए. हमारा अपनी न्याय प्रणाली और संविधान पर भरोसा होना चाहिए. मैं देशभर में बयान बहादुरों से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि प्रभु श्रीराम के खातिर भारत की न्याय प्रणाली के प्रति अपनी श्रद्धा रखें
जब लोकसभा का चुनाव हुआ, तो 60 साल के बाद पहली बार एक सरकार दोबारा चुनकर आई और पहले से ज्यादा बहुमत के साथ चुनकर आई. जब आप ताकत देते हैं तो सरकार कैसे काम करती है, हमारी सरकार के पहले 100 दिन का कार्यकाल इसका उदाहरण है.

केंद्र में नई सरकार को बने 100 दिन पूरे हो चुके हैं और इस सरकार का पहला शतक आपके सामने है. इस शतक में धार भी है, रफ्तार भी है और आने वाले 5 सालों की साफ सुथरी तस्वीर भी है. पहले शतक में देश, समाज और दुनिया में नए भारत के नए दृष्टिकोण की झलक है. कठिन चुनौतियों से टक्कर की ललक भी है, विकास का जोश भी है और भारत की वैश्विक ताकत का संदेश भी है.

हमने जैसे शौचालय और बिजली का काम किया, अब हम उसी तरह घर-घर पानी पहुंचाएंगे. देश के पशुधन को गांव और किसान की रीढ़ बनाएंगे. देश के पशुओं को बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण का अभियान शुरू हो चुका है. हर बात पर राजनीतिक पंडित कहते हैं कि सरकार ने ये वोट के लिए किया है. उन्हें पता होना चाहिए कि ये पशु वोट देने नहीं जाते.

देश की रक्षा को लेकर सरकार अपने वादों को पूरा कर रही है. हमने अपने जवानों की बुलेट प्रूफ जैकेट की मांग पूरी की. अब भारत दुनिया के उन कुछ देशों में शामिल है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर की बुलेट प्रूफ जैकेट बना रहा है. दुनिया के 100 से ज्यादा देशों को आज भारत में बनी बुलेट प्रूफ जैकेट निर्यात की जा रही है.

जम्मू कश्मीर में भारत के संविधान को समग्रता से लागू करना सिर्फ एक सरकार का फैसला नहीं है, ये 130 करोड़ भारतीयों की भावना का प्रकटीकरण है.

जम्मू-कश्मीर में हिंसा भड़काने की भरपूर कोशिश हो रही है, लेकिन जम्मू-कश्मीर की आवाम इस हिंसा से बाहर निकलने का मन बना चुकी है.
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख नई संभावनाओं को गले लगा रहे हैं, लेकिन विपक्ष के साथी इसमें भी राजनैतिक स्वार्थ ढूंढ रहे हैं. दुर्भाग्य है कि इस फैसले के बाद कांग्रेस, NCP के वरिष्ठ नेताओं को जिस तरह का बर्ताव और सहयोग करना चाहिए था, वैसा दिख नहीं रहा.

कांग्रेस की कन्फ्यूजन तो मुझे समझ आती है, लेकिन शरद पवार…आप जैसा अनुभवी नेता जब कुछ वोट के लिए गलत बयानबाजी करने लग जाए तो बहुत दुख होता है. पवार जी को पड़ोसी मुल्क अच्छा लगता है, ये उनकी मर्जी.

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