रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को इंडियन कोस्ट गार्ड शिप (आईसीजीएस) ‘वराह’ को अपने दो दिवसीय दौरे के समापन पर चेन्नई में इंडियन कोस्ट गार्ड में शामिल किया। रक्षा मंत्रालय के साथ हस्ताक्षरित अनुबंध के अनुसार, निजी एजेंसी लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) द्वारा अपतटीय गश्ती वाहन वराह को विकसित किया गया है।
यह लार्सन एंड टुब्रो द्वारा डिलिवर की जाने वाली सात जहाजों की श्रृंखला में से चौथा है, जो अति-उन्नत नेविगेशन और संचार सेंसर्स से लैस है। वराह पश्चिमी तट के न्यू मंगलोर बंदरगाह से संचालित होकर विशेष अर्थिक जोन (ईईजेड) के कन्याकुमारी तक कवर करेगी।
मंत्री ने कहा, “वराह का नाम पुराण से लिया गया है, जो भगवान विष्णु के तीसरे अवतार थे, जिन्होंने धरती की रक्षा के लिए वराह का रूप लिया था। यह हमें धरती मां की रक्षा के लिए बलिदान के कर्तव्य की याद दिलाता है।”
अत्याधुनिक जहाज, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के स्वदेशी रूप से विकसित उन्नत लाइट हेलीकॉप्टर का संचालन कर सकता है। यह समुद्री आतंकवाद, तस्करी और समुद्री कानून प्रवर्तन की चुनौतियों के खतरों से निपटने में मदद करेगा और तटरक्षक बल को मजबूत करेगा। यह जहाज हाई स्पीड नौकाओं, मेडिकल सुविधाओं व मॉडर्न सर्विलांस प्रणाली से सुसज्जित है।