यूपी सरकार ने कई राज्यों के वार्षिक बजट से अधिक का गन्ना मूल्य भुगतान किया : योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोनाकाल में भी प्रदेश की 119 चीनी मिलों को चलाकर 1़12 लाख करोड़ रुपये के गन्ना मूल्य का रिकर्ड भुगतान किया गया। इसके पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। कई राज्यों का इतना वार्षिक बजट भी नहीं है, जितनी धनराशि का भुगतान गन्ना किसानों को यूपी सराकर ने अब तक के कार्यकाल में किया।

मुख्यमंत्री योगी बुधवार को उत्तर प्रदेश राज्य चीनी एवं गन्ना विकास निगम लिमिटेड की मुंडेरवा और पिपराइच चीनी मिलों में सल्फरलेस शुगर प्लांट के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। खराब मौसम में कम दृश्यता के चलते मुख्यमंत्री का हेलीकप्टर मुंडेरवा में न उतर पाने के कारण उन्होंने पिपराइच चीनी मिल परिसर से ही दिनों चीनी मिलों के नए सल्फरलेस प्लांट का ऑनलाइन उद्घाटन किया।

पिपराइच चीनी मिल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिपराइच व मुंडेरवा की मिलें प्रदेश में पहली होंगी जहां सल्फरलेस, रिफाइंड चीनी का उत्पादन होगा। यह रिफाइंड चीनी दुनिया के बड़े-बड़े होटलों, चिकित्सालयों व अन्य संस्थानों में पहुंचेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों की इससे नई पहचान बनेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश का हरेक कस्बा किसी न किसी चीनी मिल पर आधारित रहा है। इन मिलों से क्षेत्र के विकास, रोजगार और नौकरी की उम्मीदें जुड़ी रहती थीं। पिछली सरकारों ने साजिश के तहत 21 चीनी मिलों को बेचकर धन की लूट-खसोट की। साल 2017 में भाजपा की सरकार आने पर हमने चीनी मिलों के आधुनिकीकरण एवं चलाने का कार्य किया। पिपराइच व मुंडेरवा की चीनी मिलें इसी कड़ी में शामिल हैं।

योगी ने कहा कि पिपराइच में 1932 में एक निजी क्षेत्र की चीनी मिल लगाई गई, 1974 में उसका अधिग्रहण हुआ, लेकिन मिल 1999 में बंद हो गई। इसी तरह बस्ती के मुंडेरवा में भी निजी क्षेत्र की चीनी मिल 1932 में लगी, 1984 के अधिग्रहित हुई, लेकिन 1999 में यह भी बंद हो गई। सीएम ने कहा कि जब इन दोनों चीनी मिलों की जगह हमने नई मिल शुरू की तो विपक्षी लोगों ने तमाम अफवाहें फैलाई। पुरानी मिल एक वर्ष में 12 लाख क्विंटल गन्ना पेराई करती थी, जबकि नई दोनों चीनी मिलों ने एक साल में चार गुना अधिक, 45-45 लाख क्विंटल गन्ना की पेराई की है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिपराइच व मुंडेरवा में उत्पादित रिफाइंड चीनी के जरिये पूर्वी उत्तर प्रदेश की मिठास पूरी दुनिया में पहुंचेगी। इससे पिपराइच व मुंडेरवा की ब्रांडिंग भी होगी।

योगी ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश में बंद पड़ी अन्य चीनी मिलों को भी चलाएगी। इसके लिए अधिकारियों को प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं। कोरोना का प्रकोप थमते ही इस कार्य में तेजी आएगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रति वर्ष 600 से 1500 बच्चे इंसेफेलाइटिस के चलते दम तोड़ देते थे। वर्तमान सरकार ने कोरोना के साथ ही इंसेफेलाइटिस को भी काबू में किया। इस वर्ष इंसेफेलाइटिस से मृतकों की संख्या 21 से 25 के बीच है। जो बीआरडी मेडिकल कलेज बंद होने जा रहा था, उसे मजबूत किया गया है। गोरखपुर में एम्स खुल गया। सरकार देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज खोल रही है।

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