यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए दिल्ली में राजस्थान सरकार ने हेल्पडेस्क शुरू की

 

रूस – यूक्रेन विवाद के बीच रूस ने यूक्रेन के दो हिस्सों को अलग राष्ट्र के तौर पर मान्यता दे दी। इसी बीच भारत भी अपने भारतीय छात्रों को वापस लाने में जुटी हुई है। यूक्रेन मामले पर छत्तीसगढ़ सरकार की त्वरित कार्रवाई करते हुए यूक्रेन में फंसे प्रदेश के नागरिकों और छात्रों की सहायता के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है।

दिल्ली के छत्तीसगढ़ भवन में लाइजन अधिकारी गणेश मिश्रा को इस मामले को देखने के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है। गणेश अब यूक्रेन में फंसे नागरिकों की मदद करेंगे। इसको लेकर छत्तीसगढ़ सरकार ने किसी भी प्रकार की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।

नई दिल्ली से यूक्रेन की दूरी करीब 5000 किलोमीटर है। फ्लाइट्स से करीब पांच घंटे का समय लगता है। छत्तीसगढ़ भवन दिल्ली के लाइजन अधिकारी गणेश मिश्रा ने बताया, यूक्रेन में फंसे नागरिकों और छात्रों की जो भी जानकारी उनके या उनके परिजनों के माध्यम से मिलेगी उसको हम इकट्ठा करेंगे।

हम यूक्रेन में दूतावास से भी संर्पक में रहेंगे। राज्य सरकारों की भी एक सीमा होती है उस सीमा में रहते हुए हम अपने प्रदेश के नागरिकों की मदद करेंगें। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से भी हमारी बैठक चल रही है। हम एक कंट्रोल रूम स्थापित करेंगे और दिल्ली में नागरिकों के आने के बाद उनकी सहायता करेंगे।

साथ ही छत्तीसगढ़ में उनके गंतव्य स्थानों के तक पहुंचाने में मदद करेंगे, ताकि वो अपने परिजनों से जाकर मिल सके। दरअसल इसका मकसद है कि यूक्रेन में फंसे छत्तीसगढ़ के नागरिक यक छात्र जब दिल्ली पहुंचे तो उनकी मदद करने के लिए सरकार की ओर से व्यक्ति मौजूद रहे और उनकी आगे की सफर में मदद की जा सके।

इस मदद में टिकट कराने में मदद करना, गाड़ियों की व्यवस्था करना आदि शामिल रहेगा। जानकारी के अनुसार, एयर इंडिया की फ्लाइट ड्रीमलाइनर इ-787 यूक्रेन भेजी गई है। यूक्रेन के खार्किव से करीब 200 भारतीय छात्र अपने देश जल्द लौटेंगे। वहीं फ्लाइट के माध्यम से करीब 200 छात्र दिल्ली आज रात 10 बजे लौटेंगे।

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