पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने प्रतिशोध की राजनीति नहीं करने का शनिवार को वादा किया और कहा कि वह सिर्फ एक विकसित व समृद्ध पाकिस्तान देखना चाहते हैं. शरीफ ने ब्रिटेन में चार साल के स्व-निर्वासन के बाद स्वदेश लौटने के कुछ घंटे बाद एक विशाल रैली को संबोधित किया.
शरीफ (73) अपनी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) का नेतृत्व करने और अगले साल जनवरी में होने वाले आम चुनाव में जीत दर्ज कर रिकॉर्ड चौथी बार देश की सत्ता में वापसी सुनिश्चित करने का प्रयास करने के लिए, ब्रिटेन में चार साल का स्वनिर्वासन समाप्त करके, दुबई से एक विशेष उड़ान से स्वदेश लौटे हैं.
हल्के नीले रंग का कुर्ता पायजामा, कत्थई रंग का मफलर और काला कोट पहने पीएमएल-एन प्रमुख शरीफ ने दुबई से स्थानीय समय दोपहर करीब डेढ़ बजे ‘उम्मीद-ए-पाकिस्तान’ नाम के निजी विमान से इस्लामाबाद के लिए उड़ान भरी.
इस्लामाबाद में उतरने के बाद, उन्होंने औपचारिकताएं पूरी कीं और 19 अक्टूबर को अदालत द्वारा मंजूर जमानत प्रक्रिया के तहत इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में जमा करने के लिए कुछ कानूनी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए. बाद में, वह लाहौर रवाना हुए, जहां उन्होंने पार्टी नेताओं और समर्थकों की एक विशाल रैली को संबोधित किया. उन्होंने मीनार-ए-पाकिस्तान पर भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं आज कई सालों बाद आप लोगों के सामने हूं, लेकिन मेरा आपसे प्यार का रिश्ता वैसा ही है. इस रिश्ते में कोई अंतर नहीं आया है.’ यह वही स्थान है जहां ऑल इंडिया मुस्लिम लीग ने 23 मार्च, 1940 को लाहौर प्रस्ताव पारित किया था जो ब्रिटिश भारत के मुसलमानों के लिए एक अलग और स्वतंत्र देश के लिए पहला आधिकारिक आह्वान था.
शरीफ ने कहा, ‘मैं आपकी आंखों में जो प्यार देख रहा हूं, मुझे उस पर गर्व है.’ शरीफ ने कहा कि जनता का प्यार देखकर वह अतीत को भूल गये हैं. शरीफ ने कहा कि उनके घाव भरने में समय लगेगा लेकिन कहा, ‘मुझे बदला लेने की कोई इच्छा नहीं है, नवाज़ शरीफ़ केवल लोगों की भलाई चाहते हैं.’ उनकी यह टिप्पणी मायने रखती है कि उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी इमरान खान जेल में हैं और वह 150 से अधिक मामलों का सामना कर रहे हैं. शरीफ ने अपनी बेटी मरयम को एक तरह से अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित करते हुए कहा, ‘मैं इस माटी का लाल हूं, मरियम इस माटी की बेटी है.’