मुस्लिमों को उसी पुराने चश्मे से देखती है आयुष्मान की ‘ड्रीम गर्ल’


आयुष्मान खुराना की हाल ही में रिलीज हुई ‘ड्रीम गर्ल’ बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई कर रही है, तीन दिन में 50 करोड़ से ऊपर. फिल्म आयुष्मान की लागातार छठी हिट फिल्म भी बन चुकी है. ‘ड्रीम गर्ल’ कई मायनों में शानदार फिल्म है, लेकिन ये बात भी उतनी ही सच है कि राइटर-डायरेक्टर राज शांडिल्य के कई जोक गलत और रूढ़िवादी हैं.

लेस्बियन या बायसेक्सुअल कैरेक्टर को मर्दों से नफरत करने वाला दिखाने के अलावा, हंसाने के लिए ‘ड्रीम गर्ल’ में मुस्लिमों को भी उसी पुराने चश्मे से दिखाया गया है.

जब आयुष्मान के पिता जगजीत (अनु कपूर) को पता चलता है कि जिस लड़की से उन्हें मोहब्बत हो चली है, वो मुसलमान है, तो उनका दिल टूट जाता है. जगजीत गोकुल में रहने वाले एक हिंदू हैं , जिनके माथे पर हमेशा टीका लगा रहता है, एक हाथ में माला और दूसरे में पूजा की थाली होती है, लेकिन फिर अचानक से वो मुस्लिम रीति-रिवाज को अपना लेते हैं ताकि वो एक मुस्लिम लड़की से शादी कर सकें. और तभी ये जोक्स रूढ़िवादी और गलत हो जाते हैं.

आयुष्मान खुराना की इस कॉमेडी फिल्म में मुस्लिमों को स्टीरियोटाइप किया गया है, जिसे लेकर कुछ ट्विटर यूजर्स ने भी रिएक्ट किया है.

सब ‘हरा’ कर देना
इस सीक्वेंस का पूरा आधार ये है कि अगर आप एक मुस्लिम लड़की से शादी करते हैं, तो आपको अपना धर्म छोड़ कर इस्लाम को अपनाना होगा और अपना लाइफस्टाइल छोड़ना पड़ेगा. ये काफी गलत मानसिकता है, भले ही वो कॉमेडी के रूप में दिखाई गई हो.

तो, इस्लाम को अपनाने में पहला कदम: सब कुछ हरा कर देना! जगजीत सबसे पहले पूरे घर को हरे रंग में रंग देता है, ताकि उसकी मुस्लिम पत्नी को ये अच्छा लगे. आयुष्मान का उस पर कमेंट होता है: क्लीन मथुरा को ग्रीन मथुरा बना दिया आपने.

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