भारत निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को कूचबिहार जाने से रोक दिया. चुनाव आयोग ने उन्हें आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का हवाला देते हुए कूचबिहार न जाने की सलाह दी है. पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार राज्यपाल को 18 और 19 अप्रैल को कूचबिहार का दौरा करना है. चुनाव आयोग की ओर से कहा गया कि चुनाव का पहला चरण 19 अप्रैल को निर्धारित है और यह दौरा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होगा. लोकसभा आम चुनाव की घोषणा के साथ 16 मार्च को आदर्श संहिता लागू हो गई.
कूचबिहार में 19 अप्रैल को मतदान होना है और चुनाव प्रचार पर रोक संबंधी 48 घंटे की अवधि बुधवार शाम से शुरू होगी. सूत्रों ने कहा कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस के 18 और 19 अप्रैल को कूचबिहार के प्रस्तावित दौरे के बारे में पता चलने पर निर्वाचन आयोग ने उन्हें दौरा रद्द करने की सलाह दी है क्योंकि यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होगा.
निर्वाचन आयोग ने राज्यपाल कार्यालय को भेजे गए अपने पत्र में कहा कि आदर्श आचार संहिता के चलते राज्यपाल के लिए कोई भी स्थानीय कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सकता जैसा कि उनके कार्यक्रम में प्रस्तावित है. लोकसभा चुनाव 2024 के तहत पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होनी है. देश में शांतिपूर्ण और सुचारू ढंग से चुनाव आयोजित कराने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है. बीते करीब एक महीने से पूरे देश में चुनाव आचार संहिता लगी हुई है. पीएम नरेंद्र मोदी केंद्र में 10 साल पूरे करने के बाद लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं. कुल 7 चरणों में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए वोटिंग होनी है. जिसके बाद 4 जून को नतीजों की घोषणा होगी.