भारत और फ्रांस के बीच 14 दिनों का संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘शक्ति-2019’ शुक्रवार को बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शुरू हुआ। सप्त शक्ति कमान के हिस्से सिख रेजिमेंट के सैनिक, 21वीं मरीन इन्फैंट्री रेजिमेंट और फ्रांसीसी सेना ने संयुक्त अभ्यास शुरू किया। अभ्यास से पहले महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में एक उद्घाटन समारोह भी आयोजित किया गया।
संयुक्त अभ्यास दोनों सेनाओं को एक-दूसरे को बेहतर तरीके से जानने, उनके परिचालन अनुभव को साझा करने और सूचना विनिमय के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने की सुविधा प्रदान करेगा।
यह संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत आतंकवादी खतरों का मुकाबला करने के लिए पलटन स्तर पर संयुक्त अभियान चलाने में उनकी मदद करेगा।
इस अवसर पर ब्रिगेडियर पी. एस. चीमा ने कहा, “लोकतंत्र, बहुलवाद और बहुपक्षवाद के लिए साझा प्रतिबद्धता भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक जिम्मेदारियों का एक और महत्वपूर्ण आयाम है।”
उन्होंने कहा, “हम आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता से मुकाबला करने के बारे में दृष्टिकोण साझा करते हैं और हमारी महान सेनाओं ने अतीत में अपनी ताकत साबित की है। हमें वैश्विक आतंकवाद से उत्पन्न आधुनिक समय की चुनौतियों से निपटने के लिए विशेष रूप से एक दूसरे से बहुत कुछ सीखना है।”
इस मौके पर फ्रेंच डिफेंस अताशे इन इंडिया कर्नल लुडोविक डमाउंट ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “हमारी सेनाओं को दुनिया भर में आतंकवादी वातावरण में कैसे लड़ना है, इस पर ज्ञान का खजाना मिला है।”
इस समारोह में दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज फहराए गए और राष्ट्रगान बजाए गए।