सिंगरौली: एक तरफ देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अयोध्या राम मंदिर को लेकर आज नींव रखी वहीं दूसरी तरफ देश के मजदूर और किसान संगठनों ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है मोदी सरकार के खिलाफ मजदूरों एवं किसान संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है और आने वाले समय में न सिर्फ जिले में बल्कि प्रदेश और देश में व्यापक तौर पर विरोध दर्ज कराने के लिए मजदूर और किसान हुंकार भरेंगे ।
सिंगरौली जिले के ऊर्जांचल विस्थापित कामगार यूनियन की तरफ से सूचना पत्र जारी करते हुए 9 अगस्त को रैली के संबंध में प्रशासन को जानकारी दी है ।
9अगस्त- मज़दूरों और किसान संगठनों का प्रदर्शन
मज़दूर संघर्ष अभियान (मासा), देश की सभी प्रमुख केंद्रीय ट्रेड यूनियनें, क़रीब 200 किसान संगठनों वाले मंच ने 9 अगस्त को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है।इस एक दिवसीय देश व्यापी प्रदर्शन को 41 आर्डनेंस फ़ैक्ट्रियों की यूनियनें, फ़ेडरेशनें, कोयला खनन मज़दूर यूनियनें, बैंकिंग सेक्टर समेत कई अन्य संगठनों ने समर्थन दिया है।इसके साथ ही 9 अगस्त को केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की संयुक्त समिति ने जेल भरो का आह्वान किया है।
मज़दूरों और किसानों का ये संयुक्त प्रदर्शन मोदी सरकार के लिए नई तो नहीं लेकिन पहले से ज़्यादा तगड़ी चुनौती पेश करेगा, ऐसा दावा किया जा रहा है।
भारत छोड़ो की तर्ज पर इस एक दिवसीय प्रदर्शन को ‘भारत बचाओ’ का नाम दिया गया है।अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ 9 अगस्त 1942 को शुरु हुआ ‘भारत छोड़ो; आंदोलन आज़ादी के लिए संघर्षों के इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय है।