भारत ने श्रीलंका में श्रंखलाबद्ध बम विस्फोटों की कड़े शब्दों में निंदा की

कोलंबो- ब्लास्ट में अपने परिजन को खोने के बाद रोती हुई महिला।

भारत ने श्रीलंका में कई स्थानों पर रविवार को ईस्टर के दिन हुए श्रंखलाबद्ध बम विस्फोटों की कड़े शब्दों में निंदा की है। इन विस्फोटों में कम से कम 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि नई दिल्ली द्वीपीय देश के साथ खड़ा है।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने आतंकवाद के हर रूप का हमेशा विरोध किया है और उसे खारिज किया है। इसके साथ ही मंत्रालय ने आतंकवाद के खिलाफ समन्वित कार्रवाई का अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आह्वान किया है।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आतंकवाद की किसी भी कार्रवाई को न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता।

मंत्रालय ने कहा है, “हम पीड़ित परिवारों और श्रीलंका के लोगों व सरकार के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हैं। हम हमलों में घायल लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हम दुख की इस घड़ी में श्रीलंका के लोगों और वहां की सरकार के साथ खड़े हैं।”

भारत इस तरह के जघन्य कृत्य को अंजाम देने वालों और उनकी मदद करने वालों को न्याय के कटघरे में जल्द से जल्द खड़ा करने की मांग करता है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आत्मघाती विस्फोटों में बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने की घटना की निंदा की और कहा कि श्रीलंका के साथ भारत एकजुटता के साथ खड़ा है।

कोविंद ने ट्वीट किया, “श्रीलंका में हुए आत्मघाती हमलों की भारत निंदा करता है और श्रीलंका की जनता और सरकार के प्रति संवेदना व्यक्त करता है।”

उन्होंने कहा, “निर्दोष लोगों को निशाना बनाने वाले ऐसे निर्थक हिंसा का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है। हम श्रीलंका के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं।”

मोदी ने कहा, “श्रीलंका में हुए भयावह विस्फोटों की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे क्षेत्र में इस तरह की बर्बरता के लिए कोई जगह नहीं है। भारत श्रीलंका के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। शोक संतप्त परिवारों के साथ मेरी संवेदना और घायलों के साथ प्रार्थना है।”

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब पूरा विश्व ईसा मसीह को और उनके शांति के संदेश को याद कर रहा है ऐसे में आतंकवादियों ने कई बेगुनाह लोगों को मार दिया जिसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल थी।

उन्होंने कहा, “हम श्रीलंका के साथ जरूरत की इस घंड़ी में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। हमसे जो बन पड़गा भारत मदद करने को तैयार है।”

कोलंबो और अन्य स्थानों पर रविवार को ईस्टर के मौके पर चर्चो और होटलों में विस्फोट हुआ।

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