खेलो इंडिया यूथ गेम्स देश का पहला डिजिटल खेल आयोजन बन गया है। 12 जनवरी से शुरू हुए खेलो इंडिया यूथ गेम्स अब पूरी तरह से कागजमुक्त बन गया है। इसमें भाग लेने वाले प्रत्येक राज्य को एक यूनीक आईडी दिया गया है, ताकि वे अपने एथलीटों, अधिकारियों और वॉलंटियर का डिटेल्स अपडेट कर सकें।
भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान ने कहा, “यह केवल 10,000 से अधिक लोगों को यहां पंजीकृत करने के लिए नहीं था। हमने हर दल को शॉर्टलिस्ट किया और प्रत्येक व्यक्ति को उसके खुद के पोर्टल पर उन्हें पुष्टि मिली।”
उन्होंने कहा, “इसके अलावा खेलों में शामिल प्रत्येक व्यक्ति को एक संदेश भी मिला, जिसमें खेलों इंडिया में उनके भाग लेने की पुष्टि, उनके होटल और उनके हवाई टिकट की जानकारी दी गई। गुवाहाटी में स्थानीय परिवहन के बारे में संदेश के माध्यम से ही जानकारी दी गई।”