
भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बुधवार को मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह से मुलाकात की। इस दौरान सोलिह ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को पुनर्जीवित करने के प्रयासों की सराहना की।
जनरल रावत 29 सितंबर से पांच दिवसीय मालदीव यात्रा पर हैं। इस यात्रा का उद्देश्य मालदीव के साथ रक्षा संबंधों को मजबूत बनाना है जबकि चीन भी हिंद महासागर में स्थित इस द्वीपसमूह देश में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहा है।
भारतीय सेना प्रमुख ने मालदीव के राष्ट्रपति के साथ रक्षा सहयोग से जुड़े मुद्दों और उन्हें मजबूती देने के रास्तों पर विचार विमर्श किया। भारतीय सेना ने एक बयान जारी कर बताया कि मालदीव के राष्ट्रपति ने भारत-मालदीव के दीर्घकालिक दोस्ताना रिश्तों की सराहना करने के साथ-साथ दोनों देशों की सेनाओं द्वारा द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने के संयुक्त प्रयासों की भी प्रशंसा की।
जनरल रावत ने मंगलवार को मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद से मुलाकात करके आपसी रिश्तों पर चर्चा की थी। इसके अलावा दोनों देश हिंद महासागर क्षेत्र को संघर्ष मुक्त जोन बनाने के रास्ते भी तलाश रहे हैं। जनरल रावत ने मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल (एमएनडीएफ) को परिवहन वाहनों की एक खेप भी सौंपी थी। इससे बल की संचालन क्षमता में वृद्धि होगी।
इससे पहले भारत ने मालदीव को हेलीकॉप्टरों और निगरानी उपकरणों की आपूर्ति भी की थी। इसके अलावा पहली बार भारत वर्तमान में एमएनडीएफ तटरक्षक बल के अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वदेश निर्मित इंटरसेप्टर बोट पर चेन्नई में प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। इस तरह की बोट की मालदीव को पहले ही आपूर्ति की जा चुकी हैं।