भारतीय फुटबॉल टीम के लिए बेहतरीन रहा साल 2021

साल 2021 में भारतीय फुटबॉल टीम का शानदार प्रदर्शन रहा है। टीम के कई खिलाड़ियों ने अपने बेहतर प्रदर्शन से कई उपलब्धियां हासिल कीं, जिससे उन्होंने इस वर्ष खूब सुर्खियां भी बटोरी हैं।

2021 में सुनील छेत्री की अगुवाई वाली टीम मालदीव में आठवां सैफ चैंपियनशिप खिताब जीतने के बाद चीन में होने वाले एएफसी एशियन कप 2023 के लिए सीधे क्वालीफाई करने में नाकाम रही।

नई चुनौतियों के साथ 2022 भारतीय फुटबॉलरों का इंतजार कर रहा है क्योंकि देश अक्टूबर में फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी करने के लिए तैयार है। सुनील छेत्री की अगुवाई वाली टीम एएफसी एशियाई कप के लिए क्वालीफायर में खेलेगी।

सुनील छेत्री, संदेश झिंगन, मनीषा कल्याण और बाला देवी जैसे भारतीय फुटबॉल के दिग्गजों ने अपने करियर को परिभाषित करने वाली स्क्रिप्ट को इस साल फिर से लिखा है।

इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) क्लब बेंगलुरु एफसी के कप्तान सुनील छेत्री मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर बने और इतिहास की किताबों में अपना नाम अंकित किया, जबकि मनीषा कल्याण ब्राजील टीम के खिलाफ गोल करने वाली पहली भारतीय बनीं। वहीं, पंजाब के 20 वर्षीय मिडफील्डर को एआईएफएफ इमजिर्ंग प्लेयर ऑफ द ईयर का पुरस्कार मिला।

37 वर्षीय छेत्री को इससे पहले पद्म श्री पुरस्कार और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।

अपने 19 साल के लंबे करियर में, छेत्री ने 125 मैचों में 80 अंतरराष्ट्रीय गोल किए हैं और वर्तमान में अर्जेटीना के महान लियोनेल मेस्सी के साथ सक्रिय फुटबॉलरों में सर्वकालिक गोल करने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं, जिसमें क्रिस्टियानो रोनाल्डो 115 गोल के साथ आगे चल रहे हैं।

सर्वश्रेष्ठ सेंटर-बैक में से एक झिंगन ने क्रोएशियाई शीर्ष-फ्लाइट क्लब एचएनके सिबेनिक में अपना नाम सुरक्षित किया है। झिंगन ने इस दौरान उच्च स्तर मैचों में खेलने के लिए यूरोप जाने का फैसला किया।

महिला टीम की स्ट्राइकर बाला देवी स्कॉटिश साइड रेंजर्स के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के बाद सुर्खियों में आईं हैं। वह यूरोपीय फुटबॉल में गोल करने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने बाला देवी को महिला फुटबॉलर ऑफ द ईयर पुरस्कार से भी सम्मानित किया है।

आठवें एसएएफएफ चैम्पियनशिप खिताब के उच्च स्तर के बाद, यह भारतीय पुरुष टीम के लिए निराशाजनक प्रदर्शन था, क्योंकि वे एएफसी एशियाई कप के लिए सीधे क्वालीफाई करने में विफल रहे।
राष्ट्रीय टीम ने दुबई में ओमान और संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ 12 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।

जहां तक भारतीय क्लबों का सवाल है, वे दो प्रमुख लीग- इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) और आई-लीग में खेलने में व्यस्त हैं।

आईएसएल में एटीके मोहन बागान ने लीग के सबसे सफल कोच एंटोनियो हबास को मिड-सीजन में कई हार झेलने के बाद बर्खास्त कर दिया गया।

रेफरी की संख्या कम होने से अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने एलीट स्तर के रेफरी को तैयार करने और विकसित करने के लिए एलीट रेफरी डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाया है। प्रोग्राम के तहत अगले तीन वर्षो में 10 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है।

फुटबॉल गवनिर्ंग बॉडी ने राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच स्टिमैक का अनुबंध भी सितंबर 2022 तक बढ़ा दिया है।

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