ब्रिटेन में महंगाई 40 साल के उच्च स्तर पर पहुंची

मोटर ईंधन और भोजन की बढ़ती कीमतों के बीच, ब्रिटेन का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) जून के 12 महीनों में 9.4 प्रतिशत बढ़ा, जो 40 साल के नए उच्च स्तर पर पहुंच गया। आधिकारिक आंकड़ों के जरिए बुधवार को इसकी जानकारी दी गई है।

ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स (ओएनएस) के अनुसार, मासिक आधार पर, जून 2022 में देश के सीपीआई में 0.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि जून 2021 में 0.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

ओएनएस के मुख्य अर्थशास्त्री ग्रांट फिट्जनर ने कहा कि वार्षिक मुद्रास्फीति में वृद्धर्ि ईधन और खाद्य कीमतों में वृद्धि से प्रेरित थी और पुरानी कारों की कीमतों में गिरावट से ये केवल थोड़ी ही ऑफसेट थी।

जून 2022 में परिवहन के लिए वार्षिक वृद्धि 15.2 प्रतिशत थी, जबकि पहले कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान जून 2020 में माइनस 1.5 प्रतिशत थी। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, परिवहन के भीतर, मोटर ईंधन की कीमत में वर्ष में 42.3 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।

ओएनएस के अनुसार, खाद्य और गैर-मादक पेय की कीमतों में जून 2022 तक 9.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो मार्च 2009 के बाद से उच्चतम दर है।

देश के केंद्रीय बैंक बैंक ऑफ इंग्लैंड (बीओई) ने अक्टूबर में मुद्रास्फीति के 11 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने की उम्मीद की थी, साथ ही ऊर्जा मूल्य सीमा में व्यापक रूप से अनुमानित भारी वृद्धि की उम्मीद की थी।

मुद्रास्फीति से निपटने के लिए, बीओई ने अपनी बेंचमार्क ब्याज दर को बढ़ाकर 1.25 प्रतिशत कर दिया है, जो 2009 के बाद का उच्चतम स्तर है।

बीओई के गवर्नर एंड्रयू बेली ने हाल ही में कहा है कि 2 प्रतिशत मुद्रास्फीति लक्ष्य के लिए हमारी प्रतिबद्धता में कोई अगर या मगर नहीं है और अगस्त में जब हम अगली बैठक करेंगे तो टेबल पर विकल्पों में से 50 आधार अंक की वृद्धि होगी।

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