जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा खत्म किए जाने को लेकर सैकड़ों की संख्या में पाकिस्तानी और कश्मीरी लोगों ने शनिवार को ब्रिटेन के बर्मिघम में स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, सभी उम्र के लोगों ने तहरीक-ए-कश्मीर (टीईके) यूके द्वारा आयोजित इस विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लिया और आजादी के नारों के बीच भारत विरोधी नारे लगाए।
टीईके यूके के अध्यक्ष राजा फहीम कयानी ने कहा, “जब तक कश्मीर भारत के कब्जे से मुक्त नहीं हो जाता और नरसंहार के अपराधियों को दंडित नहीं किया जाता, तब तक ब्रिटेन के लोग शांत नहीं बैठेंगे।”
उन्होंने कहा, “हिंदूवादी लोगों की इस गंदी लड़ाई में सैकड़ों और हजारों की संख्या में लोग मारे गए हैं, वे केवल अपने आंदोलन को वैध ठहराने के लिए दूसरों को मजबूर करते हैं।”
कश्मीर को लेकर भारत द्वारा उठाए गए कदम पर बोलते हुए कयानी ने कहा, “अनुच्छेद 370 को रद्द करके जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने का फैसला भारत सरकार का एक आक्रामकता भरा कार्य है।”
उन्होंने कहा, “भारत का यह फैसला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एमएस गोलवलकर की उस विचारधारा का समर्थन करता है, जिसमें उन्होंने भारत में मुसलमानों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने की बात की है।”
उन्होंने कहा, “ऐसे कदम संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के खिलाफ है, जिसमें कश्मीर को लेकर किसी भी तरह एकतरफा फैसला नहीं लिया जा सकता।”