बैडमिंटन में देश के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा, क्योंकि भारत ने बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप 2021 में कम से कम दो पदक पक्के कर लिए हैं। दुनिया के पूर्व नंबर 1 किदांबी श्रीकांत और युवा लक्ष्य सेन ने शुक्रवार को यहां इस आयोजन के पुरुष एकल सेमीफाइनल में जगह बना ली है।
दुनिया के 14वें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत पहले गेम में 11-5 से बढ़त बनाए थे और ब्रेक के बाद उन्होंने 14-8 की बढ़त बनाकर लगातार सात अंक हासिल कर गेम जीत लिया। दूसरा गेम भी कुछ अलग नहीं था जिसमें श्रीकांत ने अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरी तरह से पस्त कर दिया। उन्होंने 4-3 के स्कोर के बाद लगातार सात अंक हासिल किए। फिर 17-7 के बाद उन्होंने लगातार चार अंक जीतकर मैच अपने नाम कर लिया।
महिला सिंगल्स में शीर्ष वरीय ताइ जू ने क्वार्टर फाइनल 42 मिनट में 21-17, 21-13 से जीतकर सिंधू का खिताब बरकरार रखने का सपना तोड़ दिया। दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने 2019 में यह खिताब जीता था और 2020 में कोरोना महामारी के कारण टूर्नामेंट हुआ नहीं था।
सिंधू ने मैच के दौरान कई सहज गलतियां कीं। वह दूसरे गेम में बराबरी तक पहुंची थीं, लेकिन बाद में हार गई। ताइ जू ने इस तरह 2019 विश्व चैंपियनशिप में इसी चरण में सिंधू से मिली हार का बदला भी चुकता किया।
बराबरी पर थीं, लेकिन ताइ जु ने तेजी से 11-6 की बढ़त हासिल कर ली। सिंधू ने ब्रेक के बाद कुछ शानदार क्रास कोर्ट स्मैश से इस अंतर को 16-18 से 17-19 कर दिया, लेकिन यह भारतीय लय बरकरार नहीं रख सकी और दो बार वाइड शाट लगाने से पहला गेम 17 मिनट में गंवा बैठीं। दूसरा गेम करीबी रहा, लेकिन फिर ताइ जु ने सिंधू की एक गलती से ब्रेक तक 11-8 की बढ़त हासिल कर ली थी।
ताइ जु ने अगला अंक अपने नाम किया। फिर सिंधू ने एक क्रास कोर्ट स्मैश लगाकर स्कोर 11-12 कर दिया।
चीनी ताइपे की खिलाड़ी ने वाइड शाट फेंका, जिससे स्कोर 12-12 हो गया। ताइ जु ने अगले तीन अंक अपने खाते में डाले, लेकिन फिर नेट पर हिट कर बैठीं। एक असफल लाइन काल चुनौती के बाद सिंधू 13-16 से पिछड़ रही थीं।
भारतीय खिलाड़ी ने अगले दो शाट नेट में हिट किए और अपनी प्रतिद्वंद्वी के ड्राप शाट तक नहीं पहुंच सकीं, जिससे वह 13-18 से पांच अंक से पिछड़ गईं। सिंधू ने असहज गलती करना जारी रखा, उन्होंने पहले शाट वाइड फेंका और ताइ जु के स्मैश को चूककर मैच गंवा बैठीं।