पटना, – विश्व में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए आम और खास तक अब एक-दूसरे को सहयोग दे रहे हैं।
इसे लेकर बिहार की इन्टरनेट दीदी ने भी मदद का हाथ बढ़ाया और अपने परिश्रम से आम से लेकर खास तक के लोगों तक मास्क पहुंचाने का बीड़ा उठाया है।
उन्होंने कहा, “हमलोगों का प्रयास है कि बिना मास्क के घर से कोई बाहर नहीं निकले सबसे गौरतलब बात है कि निर्माणस्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
मास्क की बढ़िया गुणवत्ता को देखकर साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने अपने कर्मियों ने भी यहां के मास्क खरीदे हैं। बैंक और कई स्वयंसेवी संस्थान भी यहां के मास्क खरीदकर उपयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मास्क बनाने में जिंदापुर, शेखवारा, कोलहौरा, मोचारीम सहित लगभग 20 गांव की महिलाएं जुटी हैं।
उन्होंने बताया कि प्रतिदिन एक हजार मास्क बनाया जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण यह गया, बोधगया के बाजार में आसानी से बिक रहा है।
उल्लेखनीय है मास्क बनाने की सामग्री एवं संबंधित कच्चा माल की आपूर्ति कराई जा रही है। स्थानीय स्तर पर खपत पर अधिक जोर दिया गया है।
सरकार के इस पहल से जहां राज्य में मास्क की कमी को काफी हद तक दूर कर सकी है, वहीं कई इलाकों में इस लॉकडाउन में घरों तक भी मास्क आसानी से पहुंच जा रहा है।
इसी प्रकार डिजिटल एमपोवेरमेंट फ़ाउंडेशन भी देश भर में अपने इंटर्नेट साथी और सूचना प्रेरक के माध्यम से मास्क बनाने और उनका वितरण क़रीब १० हज़ार गाँवों में कर रही है।