बिहार में खासकर राजधानी पटना में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या से चिंतित प्रशासन अब सख्ती बरतने के मूड में आ गई है। इसके अलावा, जांच की संख्या बढ़ाने पर भी पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है। टेस्टिंग से संबंधित आंकडा प्रतिदिन पोर्टल पर अपलोड करने के भी निर्देश दिए गए हैें।
कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं करने वालों पर भी सख्ती बरतने के के निर्देश जारी किए गए हैं। बिहार की राजधानी पटना में कोरोना मरीजों की संख्या में तेज से वृद्धि देखी जा रही है। पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक निर्देश दिये।
पटना में सोमवार को तीन लोगों को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद सक्रिय मरीजों की संख्या 61 हो गयी है। कोरोना के गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए पांच धावा दलों का गठन किया गया है।
यह दल भीड़-भाड़ इलाकों पर विशेष नजर रखेगा। इसके अलावा, यात्री बसों में भी किसी भी यात्री को खड़ा होकर यात्रा करने पर पाबंदी लगाई गई है। यात्री के खड़ा होकर यात्रा करते पकडे जाने पर बस चालक को 500 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। डॉ. सिंह ने बताया कि कोविड केयर सेंटर के रूप में पाटलिपुत्र स्पोर्टस कांप्लेक्स को बुधवार को फिर से प्रारंभ कर दिया जाएगा।
इसका उपयोग आइसोलेशन सेंटर के रूप में किया जाएगा। इधर, कोरोना जांच की गति बढ़ाने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। सरकारी के अलावे नौ प्राइवेट जांचघरों में भी कोरोना जांच की जाएगी। इन सभी जांचघरों को 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट देनी होगी तथा टेस्टिंग से संबंधित आंकडा प्रतिदिन पोर्टल पर अपलोड करना होगा।