बिहार-पश्चिम चम्पारण जिले में भारी बारिश, हाई अलर्ट जारी

26 सितंबर तक अत्यधिक बारिश एवं वज्रपात की संभावना।निचले स्थानों में निवास करने वाले लोगों को सुरक्षित स्थलों पर ही रहने की सलाह।

बेतिया। भारत मौसम विज्ञान विभाग, भारत सरकार एवं आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार द्वारा पश्चिम चम्पारण जिले में दिनांक- 22-26 सितंबर 2020 तक भारी वर्षापात एवं वज्रपात होने का हाई अलर्ट जारी किया गया है।

साथ ही नेपाल में लगातार हो रही भारी बारिश होने के कारण जिले की नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना बनी हुई है। इसी के मद्देनजर आज जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा संबंधित अनुमंडलों के एसडीओ, जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी कोे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अत्यधिक वर्षापात, वज्रपात से निपटने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि 26 सितंबर तक पश्चिम चम्पारण जिले में अत्यधिक वर्षापात, वज्रपात से बचाव हेतु सभी आवश्यक तैयारियां अपडेट रखी जाय। उन्होंने आपदा प्रबंधन से संबंधित पदाधिकारियों को निदेश दिया कि ऐहतियातन दियारावर्ती, सीमावर्ती एवं गंडक नदी के आसपास रहने वाले निवासियों को सतर्कतापूर्वक आवागमन करने एवं सुरक्षित स्थलों पर वास करने की जानकारी मुहैया करायी जाय।

इन स्थलों पर माईकिंग के द्वारा सभी निवासियों को अलर्ट रहने एवं सुरक्षित स्थलों पर सतर्कतापूर्वक वास करने को कहा जाय। साथ ही सभी संबंधित पदाधिकारी अत्यधिक वर्षापात, वज्रपात के समय हर परिस्थिति से निपटने हेतु पूरी तरह अलर्ट मोड में रहें।

जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के तटबंधों की निगरानी हेतु होमगार्डो की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही सभी संबंधित कार्यपालक अभियंता, कनीय अभियंता तटबंधों पर पूरी सतर्कता के साथ 24×7 पेट्रोलिंग करते रहेंगे।

उन्होंने अधिकारियों को निदेश दिया कि पेट्रोलिंग के क्रम में प्राप्त छोटी-छोटी जानकारियां भी अविलंब प्रतिवेदित करेंगे ताकि ससमय उसका निराकरण किया जा सके। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों, कर्मियों को अपना मोबाइल हमेशा ऑन रखने का निदेश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन स्थानों पर कटाव की संभावना ज्यादा है वहाँ पर्याप्त मात्रा में सभी सुरक्षात्मक सामग्रियां उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।

उन्होंने कहा कि गंडक बराज द्वारा साढ़े तीन लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी डिस्चार्ज किया है जिससे नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ते जा रहा है। अत्यधिक वर्षापात के कारण और भी अधिक पानी डिस्चार्ज होने की संभावना है। सभी बीडीओ, सीओ, कार्यपालक अभियंता, कनीय अभियंता तथा अन्य पदाधिकारी पूरी सतर्कता के साथ तटबंधों का लगातार निरीक्षण करते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि रिंग बांधों पर विशेष नजर रखने की आवश्यकता है। जहाँ-जहाँ प्रेशर प्वाइंट हैं वहाँ सुरक्षात्मक उपाय तुरंत किया जाय। उन्होंने कहा कि रेन कट एवं रैट होल पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। जहाँ कहीं भी रेन कट एवं रैट होल मिले, तुरंत मरामती करायी जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता पर संबंधित अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।

जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को निदेश दिया गया है कि अत्यधिक वर्षापात, वज्रपात के मद्देनजर सभी संवेदनशील पंचायतों में राहत शिविरों, सामुदायिक रसोई घरों का संचालन करने हेतु सभी तैयारियां अपडेट रखी जाय।

साथ ही पर्याप्त संख्या में उच्च कोटि के नावों की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। उन्होंने कहा कि नावों के परिचालन हेतु मार्ग का निर्धारण पूर्व में ही कर लेना आवश्यक है तथा यह सुनिश्चित किया जाय कि नावों पर क्षमता से अधिक सामान एवं यात्रियों को नहीं बैठाया जाय।

समीक्षा के क्रम में जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, श्री अनिल राय द्वारा बताया गया कि जिले में अत्यधिक वर्षापात एवं वज्रपात से निपटने हेतु सारी तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है। विभिन्न नदी घाटों पर मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है। साथ ही पशु आश्रय स्थल को चिन्हित कर लिया गया है।

उन्होंने बताया कि वर्षापात, वज्रपात के मद्देनजर जिलास्तर पर जिला आपदा संचालन केन्द्र संचालित किया जा रहा है, जिसका दूरभाष संख्या-06254247002/06254247003 है। जिलेवासी इन नंबरों पर वर्षापात, वज्रपात से संबंधित जानकारी दे सकते हैं।

जिलाधिकारी द्वारा जिलेवासियों से अपील की गयी है कि अनावश्यक रूप से घर से नहीं निकलें। जिला प्रशासन द्वारा विषम परिस्थिति से निपटने हेतु सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गयी है। सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड में रखा गया है।

इसे शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *