बिहार : एईएस से मृत बच्चों को श्रद्घांजलि के बाद विधानमंडल की कार्यवाही स्थगित

बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में दिवंगत नेताओं और एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (चमकी बुखार) से मरने वाले बच्चों को श्रद्घांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। बिहार विधानसभा की शुक्रवार से शुरू हुई कार्यवाही में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सदस्यों का स्वागत किया। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने चमकी बुखार की तरफ सदन का ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की, परंतु अध्यक्ष ने उन्हें मनाकर बैठा दिया।

सदन के पहले दिन अध्यक्ष ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के चेनारी से विधायक ललन पासवान तथा हरलाखी के विधायक सुधांशु शेखर के जद (यू) में विलय की सूचना के आधार पर विलय की मान्यता प्रदान करने की सूचना दी, वहीं कई सदस्यों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद यह सदन छोड़ने की भी जानकारी सदन को दी।
बाद में सदस्यों ने दिवंगत नेताओं, अज्ञात बीमारी एवं प्राकृतिक आपदाओं से मरने वाले राज्य के बच्चों तथा अन्य नागरिकों के प्रति अपनी शोक संवेदना प्रकट करते हुए एक मिनट का मौन रखकर श्रद्घांजलि दी और उसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगति कर दी गई। विधान परिषद में भी शोक प्रस्ताव के बाद कर्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित की गई।

इसके पहले सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने अपने तेवर गर्म करते हुए मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार और कानून-व्यवस्था की गिरती स्थिति को लेकर सदन के बाहर हंगामा किया और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के इस्तीफे की मांग की।

मॉनूसन सत्र शुरू होने के पहले ही कांग्रेस और भाकपा (माले) के विधायकों ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने राज्य में फैले एईएस से बच्चों की मौतों के लिए सरकार को जिम्मेदार बताते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बर्खास्त करने की मांग की। प्रदर्शन करने वाले विपक्षी सदस्य अपने हाथों में बड़े-बड़े पोस्टर लेकर यहां पहुंचे थे।

राजद की विधान पार्षद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सरकार के एईएस मामले में असफल होते हुए स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग की।

राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बर्खास्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 175 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है पर असंवेदनशील सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के नींद नहीं टूटी है।

प्रदर्शन कर रहे भाकपा (माले) के विधायकों ने कहा कि इंसेफेलाइटिस को लेकर बड़ी बैठक के दौरान बच्चों की मौतों के सवाल से ज्यादा स्वास्थ्य मंत्री क्रिकेट का स्कोर जानने में उत्सुक थे।

उल्लेखनीय है कि बिहार के मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के जिलों में एईएस से 160 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है।

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