बिखरी बीसीसीआई को समेटना मेरी प्राथमिकता : गांगुली


भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक सौरभ गांगुली की भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का अगला अध्यक्ष बनना तय है। सोमवार को बोर्ड के चुनावों के लिए नामांकन भरने की आखिरी तारीख थी और गांगुली ने अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन भर दिया। उनके खिलाफ अध्यक्ष पद के लिए कोई और नामांकन नहीं है और इसलिए तकनीकी लिहाज से गांगुली का बोर्ड का अध्यक्ष बनना तय है। गांगुली ने आईपीएल के पूर्व कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ यहां नामांकन दाखिल किया।

वहीं, राजीव शुक्ला ने कहा, “आज बीसीसीआई चुनावों के लिए नामांकन भरने के लिए आखिरी तारीख थी। अधिकतर सदस्यों ने, एक-दो संघों को अगर छोड़ दिया जाए तो सभी ने आठ पदों उन लोगों को समर्थन दिया है। जिनके नामांकन पत्र आज दाखिल किए गए हैं उसमें सौरभ गांगुली का नाम है। सचिव के लिए नौ साल का अनुभव बीसीसीआई में रखने वाले जयेश शाह, उपाध्यक्ष पद के लिए उत्तराखंड़ के महेश वर्मा का नाम है। संयुक्त सचिव के लिए केरल से जयेश जॉर्ज का नाम है। कोषाध्यक्ष के लिए अरुण धूमल का नाम है। इसके अलावा बृजेश पटेल को आईपीएल गवíनंग काउंसिल में चुना है।”

नामांकन भरने के बाद गांगुली ने यहां संवादादताओं से कहा कि पिछले तीन साल के बीसीसीआई में जो खराब हालात थे उन्हें सुधराना और प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों की स्थिति को बेहतर करना उनकी प्राथमिकता होगी।

उन्होंने कहा, “अध्यक्ष बनना संतोषजनक है। पिछले तीन साल में जो बीसीसीआई में हालात थे, वो सही नहीं थे। यह जो टीम आई है वो मिलकर काम करेगी और उम्मीद है कि सबकुछ अच्छा रहेगा। यह हमारा दायित्व है कि सभी तरह की चीजें सही तरीके से हों। मेरे लिए हालांकि प्राथमिकता प्रथम श्रेणी क्रिकेट खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया करना होगी। साथ ही कोशिश होगी कि सभी चीजें अपनी जगह पर रहें।”

गांगुली ने कहा कि उन्होंने कभी भी बोर्ड के अध्यक्ष बनने का लालसा प्रकट नहीं थी और सदस्यों द्वारा चुने जाने पर वह इस पद को अपनाने को राजी हुए हैं।

उन्होंने कहा, “मैंने इस पद के लिए कभी भी अपनी इच्छा जाहिर नहीं की थी। मौजूदा हालात और लोगों ने मुझे यहां तक पहुंचाया है। मुझे काफी दिन तक पता नहीं था कि मैं अध्यक्ष बनूंगा। इसके बाद मुझे बताया गया कि मैं अध्यक्ष हूं और मेरी टीम यह रहेगी। मुझे सदस्यों ने चुना है। सदस्य ही हमेशा चुनते हैं। उन्होंने मुझे चुना तो मैंने हां कहा।”

गांगुली ने खिलाड़ियों के प्रशासन में आने की बात पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, “यह अच्छी बात है कि खिलाड़ी अब प्रशासन का हिस्सा हैं। पहले भी हुआ करते थे लेकिन अब संख्या ज्यादा हो गई है। तो यह अच्छी बात है।”

कप्तान और बोर्ड अध्यक्ष दो अलग-अलग जिम्मेदारियों के बारे में पूछे जाने पर गांगुली ने कहा, “कप्तानी एक अलग चुनौती थी और यह एक अलग चुनौती है। दोनों अलग-अलग तरह की चीजें हैं। आगे राजनीति में जाने का कोई मन नहीं है।”

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