बारहवीं कक्षा के सिलेबस पर आधारित होगा कॉलेजों में दाखिले के लिए ‘सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट’

यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि कॉलेजों में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों हेतु बारहवीं कक्षा के सिलेबस के आधार पर ही सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) लिया जाएगा। कॉलेजों में दाखिले के लिए अन्य किसी कक्षा के सिलेबस के आधार पर एंट्रेंस टेस्ट में प्रश्न नहीं पूछे जाएंगे। यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार के मुताबिक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के लिए सिर्फ 12वीं कक्षा का सिलेबस मान्य हैं। इस कॉमन एंट्रेंस टेस्ट में 11वीं कक्षा के सिलेबस से प्रश्न नहीं लिए जाएंगे।

यूजीसी की मदद से शिक्षा मंत्रालय केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय प्राइवेट विश्वविद्यालयों को भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित कर रहा। यदि यह प्रयास संभव हो पाता है तो प्राइवेट विश्वविद्यालयों, राज्य स्तरीय विश्वविद्यालयों और डीम्ड विश्वविद्यालयों के छात्रों के लिए यह एक कदम महत्वपूर्ण होगा। टाटा यूनिवर्सिटी ऑफ सोशल साइंस मुंबई और हरिद्वार के गुरुकुल कांगड़ी जैसे संगठनों ने यूजीसी के साथ हुई बैठक में सीयूईटी का हिस्सा बनने में रुचि दिखाई है।

यूजीसी ने सभी राज्य सरकारों और प्राइवेट विश्वविद्यालयों से छात्रों को प्रवेश देने के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) अपनाने की अपील की है। यूजीसी ने निजी शिक्षण संस्थानों से कहा है कि शैक्षणिक सत्र 2022-23 से ही स्नातक कार्यक्रमों में सीयूईटी को अमल में लाने की कोशिश करें।

सीयूईटी पर लिया गया केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) का फैसला देश के सभी 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों पर लागू होता है। यूजीसी द्वारा लिए गए निर्णय के मुताबिक देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करने होंगे।

यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने इसके लिए बाकायदा सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के कुलपतियों और निदेशकों को सीयूईटी अपनाने के लिए पत्र लिखा है। वहीं देश के आठ डीम्ड विश्वविद्यालयों ने अपने स्नातक कोर्सों में छात्रों को दाखिला देने के लिए सीयूईटी अंकों का इस्तेमाल प्रारंभिक सहमति दी है।

हरिद्वार का गुरुकुल कांगड़ी, दिल्ली का जामिया हमदर्द, मुंबई स्थित टिस, गांधीग्राम ग्रामीण संस्थान, आगरा डिंडीगुल दयालबाग शैक्षणिक संस्थान, कोयंबटूर का अविनाशीलिंगम इंस्टीट्यूट ऑफ होम साइंसेज,कोलकाता स्थित रामकृष्ण विवेकानंद शैक्षणिक अनुसंधान संस्थान और अहमदाबाद का गुजरात विद्यापीठ सीईयूटी के लिए प्रारंभिक सहमति देने वाले संस्थानों में शामिल है। इन संस्थानों के प्रतिनिधियों ने यूजीसी के चेयरमैन एम जगदीश कुमार से मुलाकात भी की है।

गौरतलब है कि सोमवार को जामिया मिलिया इस्लामिया भी शैक्षणिक सत्र 2022-23 से स्नातक पाठ्यक्रमों में छात्रों को एडमिशन देने के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) को अपनाएगा। सोमवार को विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि चुनिन्दा स्नातक कोर्स में एडमिशन सीयूईटी के माध्यम होगा।

राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी यानी एनटीए ने विश्वविद्यालय मैं दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट की अधिसूचना जारी कर दी है। देश भर के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए एडमिशन यह फॉर्म 2 अप्रैल से वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। एडमिशन के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट का फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल 2022 है।

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