हंगरी के डॉक्टरों की एक टीम ने 33 घंटे की लंबी सर्जरी के बाद शुक्रवार को आपस में जुड़ी बांग्लादेशी जुड़वा बच्चियों को अलग किया। इनके सिर आपस में जुड़े हुए थे। इन्हें एक सैन्य अस्पताल में अलग किया गया। बांग्लादेशी सेना के इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस के सहायक निदेशक मुहम्मद नूर इस्लाम ने एफे न्यूज को बताया कि संयुक्त सैन्य अस्पताल में गुरुवार को शुरू हुई सर्जरी के बाद शिशुओं को निरीक्षण में रखा गया है।
बुडापेस्ट स्थित चिकित्सा सहायता चैरिटी एक्शन फॉर डिफेंसलेस पीपुल फाउंडेशन (एडीपीएफ) के सर्जन और स्थानीय डॉक्टरों ने इस सर्जरी को लगभग 33 घंटे तक जारी रखा। राबिया और रुकिया नामक जुड़वां बच्चियां पिछले महीने ही तीन साल की हुई हैं। उनके पिता रफीकुल इस्लाम ने कहा कि डॉक्टरों ने उन्हें बताया है कि उनके सिर अलग होने के बाद दोनों बच्चियां अब ठीक हैं और स्थिर स्थिति में हैं।
रफीकुल ने कहा कि ऑपरेशन की तैयारियों के तहत जनवरी से लेकर अब तक जुड़वा बच्चों ने हंगरी में सात महीने बिताए। रफीकुल के अनुसार, जुड़वां बच्चे 22 जुलाई को ढाका लौटे और लगभग 3० डॉक्टरों की एक टीम ने ऑपरेशन में भाग लिया। उन्होंने कहा, “हम बांग्लादेश में डॉक्टरों और अन्य लोगों के बहुत आभारी हैं, जिन्होंने हमारी मदद की। आज हम थोड़ा राहत महसूस कर रहे हैं।”
इससे पहले शिशुओं को ढाका के बंगबंधु शेख मुजीब मेडिकल यूनिवर्सिटी में उनके जन्म के पांच दिन बाद और 2०17 में इलाज के लिए ले जाया गया था। मगर डॉक्टर जटिलता के कारण ऑपरेशन नहीं कर सके। गौरतलब है कि बांग्लादेश में इस तरह से जुड़वा बच्चों के पैदा होने और अलग होने का यह पहला मामला नहीं है।
अगस्त, 2०17 में जुड़वा लड़कियों- टोफा और ताहुरा के मलाशय आपस में जुड़े हुए थे और उनकी रीढ़ की हड्डी अलग थी। उन्हें ढाका मेडिकल कॉलेज में लगभग नौ घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद अलग किया गया था।