बंगलुरू, ३ अगस्त। कर्नाटक सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे दुनिया भर में मंडरा रहे मंकीपॉक्स के खतरे को लेकर बेवजह चिंतित न हों। इसके साथ ही कर्नाटक ने एहतियाती कदम भी उठाने शुरू कर दिए हैं। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने मंगलवार को कहा कि मंकीपॉक्स से घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग और केरल की सीमा से लगे जिलों में कड़ी निगरानी सहित सभी एहतियाती कदम उठा रही है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की अध्यक्षता में मंकीपॉक्स पर उच्च स्तरीय बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए सुधाकर ने कहा कि कर्नाटक में अब तक कोई मामला सामने नहीं आया है। 3 संदिग्ध थे, जिनमें से दो बेंगलुरु में नेगेटिव निकले और एक अन्य संदिग्ध -उत्तर कन्नड़ जिले में पाए गए बेल्जियम के एक नागरिक का परीक्षण किया जा रहा है और उसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
भारत में अब तक मंकीपॉक्स के छह मामले सामने आ चुके हैं। इसमें दिल्ली में दो और पड़ोसी केरल में चार शामिल हैं. मंत्री ने कहा कि पड़ोसी राज्यों खासकर केरल से लगी सीमाओं पर चौकसी बरती जा रही है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने हवाई अड्डों और अन्य प्रवेश बिंदुओं पर अनिवार्य थर्मल स्क्रीनिंग के लिए पहले ही सकरुलर जारी कर दिया है। सभी जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है और एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। विशेष रूप से केरल की सीमा से लगे जिलों पर कड़ी निगरानी रखी गई है। राज्य सरकार ने दो अस्पतालों को मंकीपॉक्स उपचार केंद्रों के रूप में भी चिन्हित किया है।
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