कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के कार्यालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को लिखित शिकायत दी है, जिसमें शनिवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा प्रोटोकॉल तोड़े जाने का जिक्र किया गया है। प्रियंका गांधी के कार्यालयीय सहयोगी संदीप सिंह ने सीआरपीएफ के महानिरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह के नाम पत्र लिखा है। प्रियंका की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ के पास है।
सिंह ने दर्ज कराई शिकायत में लिखा है, “हजरतगंज के सर्किल ऑफिसर अभय मिश्रा पहले से इजाजत लिए बिना सुबह 8.45 बजे उस अहाते में घुस गए, जहां प्रियंका गांधी वाड्रा ठहरी हुई थीं। उन्होंने प्रियंका के कमरे से महज पांच मीटर की दूरी पर सुरक्षा प्रभारी सीआरपीएफ के जवान के साथ बक-झक की।”
प्रियंका के सहयोगी ने लिखा, “वह सीआरपीएफ के जवान पर बरस पड़े और प्रियंका के कार्यक्रमों की सूची मांगी, जबकि सूची शुक्रवार को ही प्रशासन को दे दी गई थी। उन्होंने जानकारी छुपाने का आरोप लगाया और धमकी दी कि वह किसी तरह की सुरक्षा मुहैया नहीं कराएंगे। यहां तक कि इस अहाते से दो कदम भी बाहर जाने की इजाजत नहीं देंगे।”
सिंह ने मिश्रा के आचारण को गैर-पेशेवराना, गैर-कानूनी और गलत बताया।
प्रियंका जब सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार पूर्व आईपीएस अधिकारी एस.आर. दारापुरी के परिवार से मिलने जा रही थीं, उस दौरान उनके काफिले को रोका गया। उनके पैदल चलने के दौरान भी उन्हें रोकने की कोशिश की गई और उनके साथ धक्का-मुक्की की गई।