रांची: झारखंड की राजधानी रांची से सटे खूंटी जिले के मुरही गांव की रहने वाली बुजुर्ग महिला रेवंती देवी के पैर उम्र के साथ उनका साथ नहीं दे रहे, लेकिन वे भी ‘दीदी किचन’ में भरपेट भोजन कर अपने घर वापस जा रही हैं|
उन्हें इस बात की खुशी है कि उनका बेटा इन दिनों मजदूरी करने घर से बाहर जाकर पैसे भले ही नहीं कमा रहा हो, लेकिन उन्हें पेटभर भोजन तो मिल जा रहा|
झारखंड में दीदी किचन से संतुष्टि केवल एक रेवंती देवी को ही नहीं है. झारखंड के सैकड़ों दिहाड़ी मजदूर इस लॉकडाउन में बेरोजगार हो गए हैं, जो प्रतिदिन मजदूरी करते थे और रात को उन्हीं पैसे से उनके घर का चूल्हा जलता था|
कोविड-19 के बढ़ते प्रसार के बीच बचाव एवं रोकथाम के लिए पूरे देश में लागू लॉकडाउन के दौरान झारखंड स्टेट लाइवलिहुड प्रोमोशन सोसाइटी के तहत गठित सखी मंडल लगातार लोगों को सहायता प्रदान कर रहा है.