बीजेपी की नेत्री और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का दिल्ली के एम्स में 67 साल की उम्र में निधन हो गया. पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की पार्थिव देह बुधवार को तीन घंटे के लिए बीजेपी मुख्यालय में रखा जाएगा जहां पार्टी कार्यकर्ता और नेता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अंतिम संस्कार लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में किया जाएगा. पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को रात 10 बजे एम्स में भर्ती किया गया था. बता दें कि पिछले कुछ दिनों से सुषमा स्वराज की तबीयत ख़राब थी. इसी वजह से उन्होंने लोकसभा का चुनाव भी नहीं लड़ा था. एम्स के सूत्रों के मुताबिक सुषमा स्वराज को सीधे आपातकालीन वॉर्ड में ले जाया गया. वरिष्ठ बीजेपी नेत्री का 2016 में गुर्दा प्रत्यारोपित किया गया था. नौ बार सांसद रहीं सुषमा स्वराज आम लोगों मे अपार लोकप्रिय थीं. उनको ट्विटर पर एक करोड़ 20 लाख से अधिक लोग फॉलो करते थे. वे दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं. सुषमा स्वराज सन 1977 में सबसे कम उम्र की राज्यमंत्री बनी थीं. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में वे सूचना एवं प्रसारण मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री रहीं. सुषमा स्वराज ने अस्वस्थता के कारण ही पिछला लोकसभा चुनाव न लड़ने का फैसला लिया था. उनके इस निर्णय पर बीजेपी के ही समर्थकों में हैरानी थी. कई लोगों ने उनसे चुनाव लड़ने की अपील की थी. इस पर सुषमा स्वराज ने जवाब दिया था कि- मेरे चुनाव ना लड़ने से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता. श्री नरेंद्र मोदी जी को पुनः प्रधानमंत्री बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने में हम सब जी जान लगा देंगे. सुषमा स्वराज ट्विटर पर काफी सक्रिय रहती थीं. विदेश मंत्री रहते हुए वे ट्वीटर पर शिकायत मिलते ही विदेश मंत्रालय से जुड़ीं पासपोर्ट आदि समस्याओं का समाधान कर देती थीं.