प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की समाप्ति से जुड़े प्रस्ताव और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को संसद के दोनों सदनों से मंजूरी मिलने को ऐतिहासिक क्षण करार दिया है। उन्होंने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर की जनता वर्षों से कुछ स्वार्थी तत्वों की इमोशनल ब्लैकमेलिंग से मुक्त हो गई है। प्रधानमंत्री ने इसे श्यामा प्रसाद मुखर्जी, सरदार पटेल और डॉक्टर आंबेडकर जैसे नेताओं को सच्चा श्रद्धांजलि बताया। उन्होंने हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में ट्वीट किया। उधर, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देते हुए ट्वीट किया कि इस दिन को अपने जीवनकाल में देखने का इंतजार कर रही थीं।
धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह को इसके लिए खास तौर पर बधाई दी। साथ ही, उन्होंने सभी दलों का आभार व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘संसद में जिस प्रकार विभिन्न पार्टियों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर और वैचारिक मतभेदों को भुलाकर सार्थक चर्चा की, उसने हमारे संसदीय लोकतंत्र की गरिमा को बढ़ाने का काम किया है। इसके लिए मैं सभी सांसदों, राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को बधाई देता हूं।’
प्रधानमंत्री ने सिलसिलेवार ट्वीट कर बिल पास कराने को ऐतिहासिक और गौरव का क्षण करार दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘ऐतिहासिक क्षण। एकता और अखंडता के लिए सारा देश एकजुट। जय हिंद! हमारे संसदीय लोकतंत्र के लिए यह एक गौरव का क्षण है, जहां जम्मू-कश्मीर से जुड़े ऐतिहासिक बिल भारी समर्थन से पारित किए गए हैं।’