पुलवामा हमले के बाद भारत-पाकिस्तान नागरिक समाज स्तर की पहली वार्ता


भारत और पाकिस्तान के बीच नागरिक समाज की अगुवाई में इस्लामाबाद में आयोजित दो दिवसीय ट्रैक-2 संवाद में सीमापार कनेक्टिविटी, व्यापार, दोनों देशों की जनता के बीच आदान-प्रदान, शैक्षणिक सहयोग बढ़ाने जैसे विषषों पर चर्चा हुई। पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच इस तरह की यह पहली पहल थी। गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों पड़ोसी देशों के संबंधों में खटास आ गई है।

‘बियांड पॉलिटिक्स एंड पॉलेमिक्स न्यू बिगिनिंग ऑन ए डिफिकल्ट ट्रेल’ शीर्षक के तहत वार्ता का आयोजन इस्लामाबाद स्थित रीजनल पीस इंस्टीट्यूट (आरपीआई) द्वारा किया गया था।

मीडिया रपट के अनुसार, भारत से छह प्रतिनिधियों ने वार्ता में हिस्सा लिया, जिसका समापन शनिवार को हुअा।

एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया, “भारत की तरफ से आधिकारिक स्तर पर कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। यह पूर्ण रूप से सिविल सोसायटी की अगुवाई में एक पहल है।”

रीजनल पीस इंस्टीट्यूट के संस्थापक रऊफ हसन के हवाले से कहा गया है, “ट्रैक-2 कूटनीति दोनों देशों की सरकारों के बीच रिश्तों में सुधार लाने के लिए पहला कदम है।”

उन्होंने कहा कि वार्ता का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के युवाओं को शांति की पहल में शामिल करना है।

हसन ने ट्वीट के जरिए भी कहा, “हम यहां आखिरकार उलझी गांठ सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।”

पाकिस्तान के विदेश मामलों के संसदीय सचिव अंदलीब अब्बा ने शनिवार को वार्ता को संबोधित करते हुए दोनों पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने के लिए दोनों देशों के लोगों के बीच बेहतर संपर्क पर जोर दिया।

अब्बासी ने कहा कि सीमा के दोनों ओर के 77 करोड़ युवा आशा की करण हैं और उनको साथ-साथ लाकर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।

वार्ता के दूसरे दौर का आयोजन इसी साल सितंबर में नई दिल्ली में किया जाएगा।

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