केन्याई विज्ञान शिक्षक, “पीटर तबीची’ ने ग्लोबल शिक्षक पुरस्कार जीतने वाला पहले अफ्रीकी विजेता होने का गौरव प्राप्त किया। ‘वर्की फाउंडेशन” द्वारा आयोजित “ग्लोबल शिक्षक पुरस्कार” 24 मार्च 2019 को प्रदान किया गया।
‘वर्की फाउंडेशन” एक “गोबल चैरिटेबल फाउंडेशन” है, जिसका मुख्य उद्देश्य शिक्षा के मानकों में सुधार लाने पर ध्यान देना और शिक्षा से वंचित बच्चो को शिक्षा प्रदान करना है। इसके अलावा ऐसे शिक्षको को प्रोत्साहित करना भी है, जिन्होंने शिक्षा को एक अलग नजरिये और प्रयास से एक नई दिशा देते हैं। |
“पीटर तबीची’ भी उन्हीं चंद शिक्षकों में से था जिसने केवल एक कंप्यूटर, और खराब इंटरनेट की सुविधा के बावजूद उन्होंने ५८ छात्रों को शिक्षा प्रदान करने का श्रेय है। ३६ वर्षीय “पीटर” ने कम सुविधाओं के बावजूद एक प्रतिभा पोषण क्लब की शुरुआत की और स्कूल के साइंस क्लब का विस्तार किया।
इससे पहले तबीची के विद्यार्थियों ने केन्या साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर 2018 में भी एक उपकरण का प्रदर्शन किया था जो अंधे और बहरे लोगों को वस्तुओं को मापने की अनुमति देने के लिए आविष्कार था। ताबीची के छात्रों ने बिजली पैदा करने के लिए स्थानीय संयंत्र जीवन का दोहन करने के बाद द रॉयल सोसायटी ऑफ केमिस्ट्री से एक पुरस्कार भी जीत चुके है।
लेकिन, अब खुद ग्लोबल टीचर प्राइज पाकर पीटर तबीची काफी गर्वान्वित महसूस कर रहे हैं। “ग्लोबल शिक्षक पुरस्कार” पाने वाले को $ 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर मिलता है, जिसे 179 देशो से 10000 अध्यापको में से चुना जाता है|