पाकिस्तानी कोर कमांडरों की बैठक में सुरक्षा व कश्मीर मुद्दे पर चर्चा


पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने सोमवार को कोर कमांडरों के साथ एक बैठक की, जिसमें नियंत्रण रेखा (एलओसी) और जम्मू-कश्मीर की स्थिति के अलावा अन्य सुरक्षा मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। यह बैठक ऐसे समय हुई है, जब पाकिस्तान की ओर से भारत को लगातार युद्ध की गीदड़भभकी दी जा रही है।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस बैठक में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में निकाले जा रहे ‘आजादी मार्च’ से संबंधित पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा स्थिति के बारे में भी चर्चा की गई।

मौलाना रहमान प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से हटाने की मांग करते हुए ‘आजादी मार्च’ निकाल रहे हैं, जिसमें उन्हें काफी समर्थन भी मिल रहा है। बाजवा ने देश की स्थिरता को चुनौती देने वाले किसी भी निहित एजेंडे को अनुमति नहीं दिए जाने पर जोर दिया।

सेना के एक बयान में कहा गया कि रावलपिंडी स्थित जनरल हेडक्वार्टर में 226वीं वाहिनी कमांडरों का सम्मेलन हुआ।

बयान में बताया गया, “इस सम्मेलन के दौरान भू-रणनीतिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित माहौल की समीक्षा की गई।” इसके अलावा आंतरिक सुरक्षा, पूर्वी सीमा, एलओसी और जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर भी चर्चा की गई।

बयान में कहा गया, “कमांडरों ने किसी भी खतरे के खिलाफ देश की रक्षा करने का ²ढ़ संकल्प व्यक्त किया है।”

बाजवा का हवाला देते हुए बयान में कहा गया, “हमने पाकिस्तान के सशस्त्र बलों, सभी राष्ट्रीय संस्थानों व संपूर्ण देश के एकजुट प्रयासों और बलिदानों के माध्यम से बेहतर आंतरिक सुरक्षा और स्थिरता प्राप्त की है। हम इसे किसी भी कीमत पर किसी भी निहित एजेंडे के अनुरूप नहीं होने देंगे।”

उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना राष्ट्र के अंग के रूप में राष्ट्रीय संस्थाओं का समर्थन करती रहेगी।

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