पंजाब विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी आप : सर्वे

पंजाब विधानसभा में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है।

एबीपी-सीवोटर-आईएएनएस बैटल फॉर द स्टेट्स – वेव 1 से पता चलता है कि 2017 में हुए पिछले राज्य चुनावों की तुलना में पंजाब में आप के वोट शेयर और सीटों की संख्या बढ़ेगी।

सर्वेक्षण के अनुसार, आप 117 सदस्यों वाली पंजाब विधानसभा में 55 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है।

उसके बाद सत्तारूढ़ कांग्रेस 42 सीटों और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) 20 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। दिलचस्प बात यह है कि सर्वेक्षण से पता चला है कि भाजपा, जो राज्य में अकेले ही चुनाव लड़ने जा रही है, पंजाब में अपना खाता तक नहीं खोल पाएगी। अकाली दल द्वारा तीन कृषि कानूनों को लेकर गठबंधन तोड़ने के बाद भाजपा अकेले ही चुनावी मैदान में उतरेगी।

सर्वे में पता चला है कि आप की सीटों की संख्या पिछले चुनावों में 20 से बढ़कर अब आगामी चुनाव के लिए 55 सीटों तक पहुंचने की उम्मीद है। इसका वोट शेयर 23.7 प्रतिशत से बढ़कर 35.1 प्रतिशत होने की संभावना है।

सर्वेक्षण में सामने आया है कि आप के 51 से 57 सीटें जीतने का अनुमान है।

सत्तारूढ़ कांग्रेस की सीटों की संख्या और वोट शेयर दोनों घटने वाले हैं। सर्वेक्षण में पाया गया, कांग्रेस का वोट शेयर 2017 में 38.5 प्रतिशत से घटकर आगामी चुनाव में 28.8 प्रतिशत हो जाएगा। सत्तारूढ़ दल की सीटें पिछले विधानसभा चुनावों में 77 से घटकर 2022 में 42 तक सिमटने की उम्मीद है। कांग्रेस का 38 से 46 सीटें जीतने का अनुमान है।

भाजपा के पूर्व सहयोगी दल शिअद की सीटें वोट शेयर में कमी के बावजूद मामूली रूप से बढ़ रही हैं। सर्वेक्षण में कहा गया है, शिअद पिछले चुनावों में 25.2 प्रतिशत से 2022 में 21.8 प्रतिशत तक पहुंचने के साथ 3.4 प्रतिशत की कमी देख सकती है। हालांकि शिअद की सीटें 15 से बढ़कर 20 होने की उम्मीद है। पंजाब विधानसभा में शिअद को 16 से 24 सीटें मिलने का अनुमान है।

सर्वे में उम्मीद जताई गई है कि पंजाब में वोट शेयर में वृद्धि के बावजूद राज्य में किसानों के गुस्से का सामना कर रही भाजपा अपना खाता खोलने में सक्षम नहीं हो पाएगी।

सर्वे के अनुसार, भाजपा पंजाब विधानसभा में अपना खाता नहीं खोल पा रही है, जिसने पिछले राज्य चुनावों में तीन सीटें जीती थीं। भगवा पार्टी का वोट शेयर पिछले विधानसभा चुनावों में 5.4 प्रतिशत से बढ़कर 2022 में 7.3 प्रतिशत होने की उम्मीद है।

पंजाब के सभी 117 विधानसभा क्षेत्रों के 13,000 से अधिक लोगों ने पिछले चार हफ्तों में किए गए सर्वेक्षण में भाग लिया।

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