देश भर के कई शहरों और राज्यों में स्कूल फिर से खुलने के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) भी प्रोजेक्ट और असाइनमेंट आधारित पाठ्यक्रम पर विशेष जोर दे रहा है।
शिक्षा मंत्रालय और बोर्ड चाहते हैं कि समय छात्र अपने प्रक्टिकल्स और प्रोजेक्टस पूरा कर सकें।
दरअसल प्रोजेक्ट और प्रैक्टिकल का सीधा असर छात्रों के वार्षिक मूल्यांकन पर पड़ता है, इसलिए विभिन्न स्कूल भी इस दिशा में काम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले दो वर्षों से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा नहीं हो सकी हैं, लेकिन इस बार सीबीएसई बोर्ड ने नीतियों में बदलाव किया है।
सीबीएसई बोर्ड ने परीक्षा पैटर्न को बदला है। छात्र की सुविधा सुरक्षा को देखते हुए सीबीएसई ने परीक्षा को दो हिस्सों विभाजित किया है।