‘द.कोरिया में 92%, तो भारत में 85% राजनीतिक वेबसाइटें असुरक्षित’

एक रिसर्च ने खुलासा किया है कि विकासशील देश में नेताओं की वेबसाइट बगैर एचटीटीपीएस होने की संभावना 74.98 फीसदी, तो विकसित देशों में इनकी संख्या 64.46 फीसदी है।

हाल ही में जहां देश की सत्ताधारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की वेबसाइट लगातार दूसरे दिन भी नहीं खोली जा सकी, एक नए रिसर्च में खुलासा हुआ है कि भारत की 84 फीसदी राजनीतिक वेबसाइटें असुरक्षित हैं। ब्रिटेन की कस्टमर टेक रिव्यू कंपनी कंपेरीटेक की रिसर्च के मुताबिक, जहां एक-चौथाई राजनेताओं की खुद की वेबसाइटें हैं, उनमें से 83.87 प्रतिशत असुरक्षित हैं।

भारत जैसे देश में बड़े राजनीतिक दलों में से एक शिव सेना (89 फिसदी) का प्रदर्शन सबसे खराब है, वहीं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (74 फीसदी) का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ है। आंकड़ों के अनुसार, बीजेपी सदस्य अपनी 84.62 फीसदी वेबसाइटों को सुरक्षित करने में नाकाम रहे हैं।

रिसर्च के लिए, कंपेरीटेक ने दुनियाभर के 37 देशों के 7,500 से ज्यादा राजनेताओं की वेबसाइटें एसेस कीं। इन वेबसाइटों में प्रति पांच नेताओं में से तीन वेबसाइटों में मूल एचटीटीपीएस (हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल सिक्योर) एनक्रिप्शन की कमी थी।

रिसर्च के दौरान ने पाया गया कि विकासशील देश (74.98 फीसदी) के नेताओं की वेबसाइटों के एचटीटीपीएस के बिना होने की संभावना विकसित देशों (64.46 फीसदी) की अपेक्षा ज्यादा होती है. जहां अमेरिका में 26.22 प्रतिशत नेताओं की वेबसाइटें असुरक्षित हैं वहीं ब्रिटेन में 30.65 प्रतिशत नेताओं की वेबसाइटें असुरक्षित हैं।

दुनिया में असुरक्षित वेबसाइटों वाले सर्वाधिक 92 फीसदी नेताओं वाला देश दक्षिण कोरिया है। इसके बाद पोलैंड (91.16 फीसदी), हंगरी (90.91 फीसदी), कनाडा (86.25 फीसदी) और माल्टा (86.21 फीसदी) व अन्य देश हैं।

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