नई दिल्ली- देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। दिल्ली में भी हालात बेहद चिंताजनक हैं। दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMs) में भी डॉक्टर समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी कोविड 19 (Covid 19) का शिकार हो रहे हैं।
एम्स में अब तक 195 स्वास्थ्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं।साथ ही दो की मौत भी हो चुकी है। ऐसे में एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि यह सरकारी और प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही के कारण हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन इस मामले में बेपरवाह हैं।
एम्स में पिछले 48 घंटे में 50 से अधिक हेल्थ स्टाफ कोरोना वायरस पॉजिटिव हो चुके हैं। अब तक एम्स में 195 डॉक्टर, नर्स, मेस कर्मी, लैब कर्मी, टेक्निशियन, सेैटाइजेशन स्टाफ और सिक्योरिटी गार्ड कोरोना वायरस संक्रमित हो चुके हैं।
एम्स में सैनेटाइजेशन स्टाफ के प्रमुख की तीन दिन पहले मौत हो चुकी है। वह कोविड 19 पॉजिटिव मिले थे। पिछले हफ्ते ही एम्स का एक मेस कर्मी भी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जान गंवा चुका है।
दिल्ली एम्स के रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के महाचसिव डॉक्टर श्रीनिवास राजकुमार टी ने कहा, ‘हम कोरोना वायरस के कारण चिंतित नहीं हैं. हम सरकारी और प्रशासनिक स्तर पर हो रही लापरवाही के कारण ऐसा हो रहा है, जिससे हम चिंतित हैं. अगर ऐसे ही हालात जारी रहे तो एम्स में मरीजों के इलाज के लिए हेल्थकेयर वर्कर्स की कमी हो जाएगी।
उन्होंने बताया, ‘हम मार्च से ही हॉस्टल की इमारत की सुरक्षा, खराब सैनेटाइजेशन, बेहतर क्वारंटाइन प्रोटोकॉल की कमी, टेस्टिंग की जरूरत को लेकर लिख और लड़ रहे हैं।
इसके अलावा कोरोना वायरस संक्रमण शुरू होने के साथ ही एम्स के हेल्थ वर्कर अच्छी क्वालिटी के एन-95 मास्क और पीपीई से जुड़ी अन्य चीजों की कमी से जूझ रहे हैं। डॉ. श्रीनिवास ने कहा, ‘एन-95 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और अंतरराष्ट्रीय मानकों का इस्तेमाल नहीं हो रहा है।’