दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष के छात्रों की बहुप्रतीक्षित प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई। छात्र दाखिले के लिए विश्वविद्यालय और संस्थानों में आनलाईन संपर्क कर रहे हैं।
दाखिले के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय का पोर्टल सोमवार सुबह 10 बजे खुल गया। इस वर्ष दाखिले की यह पूरी प्रक्रिया आनलाइन रखी गई है।
दाखिला प्रक्रिया को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन (एडमिशन) प्रोफेसर राजीव गुप्ता ने कहा कि छात्रों को तय समय पर रजिस्ट्रेशन करा लेना चाहिए। पोर्टल खुलने और बंद होते समय अधिक छात्र लॉग इन करते हैं।
एक साथ अधिक छात्र होने पर कई मर्तबा तकनीकी समस्या आती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए छात्रों को आखिरी क्षणों में फार्म भरने से बचने की सलाह दी गई है।
दिल्ली विश्वविद्यालय ने आधिकारिक तौर पर 1 एक अक्टूबर को अपनी पहली कटऑफ लिस्ट जारी की है। पहली कटऑफ लिस्ट में जीसस एंड मैरी कॉलेज ने बीए ऑनर्स साइकोलॉजी के लिए 100 प्रतिशत कटऑफ जारी की है।
जीसस एंड मैरी कॉलेज के अलावा रामजस कॉलेज और एसआरसीसी कॉलेज ने भी 100 फीसदी तक कटऑफ रखी है।
रामजस कॉलेज ने 3 कोर्सेज में 100 फीसदी तक कटऑफ रखी है। एसआरसीसी कॉलेज ने अपने 2 कोर्सेस में 100 फीसदी तक कटऑफ रखी है।
गौरतलब है कि सीबीएसई की 12वीं कक्षा में इस वर्ष कुल 70,004 छात्र ऐसे थे जिन्होंने 95 से 100 प्रतिशत के बीच अंक हासिल किए हैं। इनमें से 100 प्रतिशत अंक अर्जित करने वाले 9200 छात्रों ने दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए आवेदन किया है। ऐसे अधिकांश छात्रों को पहली कट ऑफ लिस्ट में दाखिला मिल सकता है।
हालांकि देश के कई प्रसिद्ध शिक्षाविद इसे कोविड के कारण की गई उदार मार्किं ग मान रहे हैं। शिक्षाविद, विश्वविद्यालयों की दाखिला प्रक्रिया में व्यापक सुधार और बदलाव के पक्षधर हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्र संगठनों ने प्रथम वर्ष के छात्रों की मदद के लिए हेल्पलाइन सिस्टम भी स्थापित किया है।
किसी भी तकनीकी उलझन से रूबरू हो रहे छात्र इन हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। छात्रों के अलावा कई प्रोफेसर भी दिल्ली विश्वविद्यालय की दाखिला प्रक्रिया में नए छात्रों की सहायता हेतु उपलब्ध रहेंगे।